50 साल की महिला ने खुद को 17 बार गर्भवती बताकर लिया 98 लाख रुपये का सरकारी लाभ, ऐसे खुली पोल

50 साल की महिला ने खुद को 17 बार गर्भवती बताकर 98 लाख रुपये का सरकारी लाभ लिया है. इसके लिए महिला ने बकायदा प्रेग्रेंसी और अबॉर्शन के नाम पर अपने ऑफिस से मैटरनिटी लीव भी ली है.

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हाल ही में सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला मामला चर्चा में है. बताया जा रहा है कि, एक 50 साल की महिला ने एक या दो बार नहीं, बल्कि खुद को 17 बार गर्भवती बताकर 98 लाख रुपये का सरकारी लाभ लिया है. यही नहीं इसके लिए महिला ने बकायदा प्रेग्रेंसी और अबॉर्शन के नाम पर अपने ऑफिस से मैटरनिटी लीव भी ली है. इस मामले पर से जब पर्दा उठा, तो लोग हक्के-बक्के रह गए और इंटरनेट पर एक अलग ही चर्चा शुरू हो गई.

98 लाख रुपये का सरकारी लाभ (woman fakes 17 pregnancies)

हैरान कर देने वाला यह मामला इटली (Italy) का बताया जा रहा है, जहां एक महिला ने मातृत्व लाभ लेने के लिए ये सब कुछ किया. स्थानीय मीडिया की मानें तो महिला ने दावा किया है कि, उसने 5 बच्चों को जन्म दिया है और उसका 12 बार गर्भपात हुआ है. 50 वर्षीय इस महिला का नाम बारबरा इओले बताया जा रहा है, जिन्होंने करीब 24 साल तक ये फर्जीवाड़ा किया और सरकार को धोखा देकर मातृत्व लाभ लेती रही. बताया जा रहा है कि, बारबरा इओले अब तक 110,000 यूरो यानी करीब 98 लाख रुपये का सरकारी लाभ ले चुकी थीं. 

पांचवी प्रेग्नेंसी से खुला राज (Italian woman fake pregnancy)

महिला के इस फर्जीवाड़ा का पता तब चला जब बीते साल दिसंबर में उन्होंने एक बच्चे को जन्म देने की बात कही थी. इस बीच अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने जांच पड़ताल शुरू कर दी कि क्या वाकई महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. जांच में धोखाधड़ी का खुलासा हुआ और यह साबित हो गया कि महिला की पांचवी प्रेग्नेंसी (fake pregnancy) महज एक दिखावा थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खुद का बेबी बंप दिखाने के लिए महिला तकिए का इस्तेमाल किया करती थी. यही नहीं खुद को गर्भवती दिखाने के लिए महिला बकायदा गर्भवती औरतों की तरह चलने का नाटक भी करती थी, ताकि उस पर किसी को किसी तरह का कोई शक ना हो.

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पार्टनर ने खोली दी पोल (fake pregnancy case italy)

मामला जब कोर्ट तक जा पहुंचा, तब विपक्ष के वकीलों ने कोर्ट में महिला पर आरोप लगाया कि, उसने रोम के एक अस्पताल से जन्म प्रमाण पत्र चुराया और उनका अवैध तरीके से इस्तेमाल किया. यही नहीं अपने इस घोटाले के लिए कई जाली दस्तावेज भी बनाए. कोर्ट में ये साबित भी हो गया कि महिला फर्जीवाड़ा कर रही थी. आरोप है कि, महिला के पांचों बच्चों को अब तक ना किसी ने देखा है और ना ही उनका जन्म या पहचान पत्र संबंधित कोई कानूनी दस्तावेज़ में मौजूद हैं. वहीं महिला के पार्टनर ने सरकारी गवाह बनकर सजा कम किए जाने के वादे के बाद सारा राज खोल दिया. महिला के पार्टनर डेविड पिज़्ज़िनाटो ने अपनी पत्नी के खिलाफ गवाही देते हुए बताया कि, वो कभी गर्भवती थीं ही नहीं. हालांकि, महिला अपनी बात पर अटल रही. आरोपों के साबित होने के बाद दोषी पाए जाने पर महिला के एक साल और छह महीने जेल की सजा सुनाई गई.

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