5 करोड़ अब नया 1 करोड़ है... मेट्रो सिटी में फ्लैट खरीदने चला शख्स, कीमतों ने उड़ाए होश, यूजर्स ने भी सुनाया दर्द

शख्स ने बताया कि आज के समय में एक अच्छी प्रॉपर्टी काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है. आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र कल्पित वीरवाल ने जमीन का एक टुकड़ा खरीदने की कोशिश करते समय अपनी आपबीती सुनाई.

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बढ़ती महंगाई के कारण घर या किसी भी प्रकार की संपत्ति खरीदना अभी भी कई लोगों के लिए एक सपना है. हाल में एक एक्स यूजर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर अपने घर खरीदने के सपने को लेकर चल रहे संघर्ष पर कुछ ऐसा लिखा जिसने ऑनलाइन नई बहस छेड़ दी. शख्स ने बताया कि आज के समय में एक अच्छी प्रॉपर्टी लेना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है. आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र (IIT Bombay alumnus) कल्पित वीरवाल ने जमीन का एक टुकड़ा खरीदने की कोशिश करते समय अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने टिप्पणी की, कि 5 करोड़ रुपये अब उस मूल्य के बराबर है जो पहले 1 करोड़ रुपये हुआ करता था.

कल्पित वीरवाल ने एक्स पर लिखा, "पांच करोड़ अब नया एक करोड़ है. अब एक करोड़ में जमीन का एक अच्छा प्लॉट भी नहीं मिल सकता."

नीचे एक नज़र डालें:

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कल्पित की पोस्ट तेजी से वायरल हो गई, जिसे 120,000 से अधिक बार देखा गया. उनके ट्वीट से माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर चर्चा छिड़ गई. जहां कुछ यूजर्स ने अपनी राय व्यक्त की, वहीं अन्य ने समान चुनौतियों का सामना करते हुए अपने एक्सपीरियंस शेयर किए. एक यूजर ने लिखा, "ईमानदारी से कहूं तो, सब कुछ इलाके पर निर्भर करता है. 5 करोड़ वाले क्षेत्र से कुछ किलोमीटर दूर वाले क्षेत्र में 1 करोड़ का निवेश करना हमेशा समझदारी होती है. अधिकांश महानगरों में रियल एस्टेट बाएं दाएं और केंद्र में बढ़ी हुई है." दूसरे ने लिखा, "हमारे पास 40L से लेकर 10 करोड़ और इससे भी अधिक की बहुत सारी संपत्तियां हैं. सब कुछ हमारी उम्मीदों पर निर्भर करता है. उच्च उम्मीदें रखने से अधिक खर्च होगा और वास्तविकता में एक और महत्वपूर्ण चीज ब्रांड है.. ब्रांड वाले लोग थोड़ा आलीशान लेकिन शानदार घर बनाते हैं 50-70% ऊंची लागत.''

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एक ने लिखा, "हां, पिछले साल जब भारत में कुछ संपत्ति खरीदने की कोशिश की गई तो इसी समस्या का सामना करना पड़ा."

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