अमेरिका में कुछ लेखक मार्क जकरबर्ग की कंपनी मेटा (META Mark Zuckerberg) पर केस दर्ज करवाया है. मामला कॉपीराइट उल्लंघन से जुड़ा है. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, आरोप है कि मेटा प्लेटफॉर्म ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम्स को ट्रेनिंग (AI Training) देने के लिए कॉपीराइट वाली किताबों के पायरेटेड वर्जन (Pirated Books) का इस्तेमाल किया. आरोप ये भी है कि मेटा ने ये अपने सीईओ मार्क जकरबर्ग की परमिशन से किया.
लेखकों ने नए अदालती दस्तावेजों में यह आरोप लगाया है. ता-नेहिसी कोट्स, कॉमेडियन सारा सिल्वरमैन समेत अन्य लेखकों ने मेटा पर कॉपीराइट दुरुपयोग का केस दर्ज करवाया है. कैलिफोर्निया फेडरल कोर्ट में बुधवार को सार्वजनिक किए गए दस्तावेजों में ये आरोप लगाया गया है. लेखकों का कहना है कि डिस्कवरी प्रोसेस के दौरान मेटा की तरफ से तैयार किए गए इंटरनल डॉक्युमेंट्स से पता चला है कि कंपनी ये जानती थी कि ये काम पायरेटेड थे.
META पर कॉपीराइट उल्लंघन का मामला
इन लेखकों ने साल 2023 में मेटा पर मुकदमा दायर करवाया था. जिसमें उन्होंने तर्क दिया था कि तकनीकी दिग्गज ने अपने बड़े भाषा मॉडल लामा को ट्रेनिंग देने के लिए उनकी पुस्तकों का दुरुपयोग किया. ये मामला उन मामलों में से एक है, जिनमें आरोप लगाया गया है कि लेखकों, कलाकारों और अन्य लोगों द्वारा कॉपीराइट मेटीरियल का उपयोग बिना परमिशन के AI प्रोडक्ट को विकसित करने के लिए किया गया था.
AI को ट्रेनिंग देने के लिए पायरेटेड कंटेंट का इस्तेमाल!
वहीं कंपनी ने अपने बचाव में तर्क दिया कि उसने कॉपीराइट कंटेंट का उचित उपयोग किया. वहीं लेखकों ने बुधवार को अदालत से शिकायत दर्ज करने की परमिशन मांगी. उन्होंने कहा कि नए साक्ष्यों से पता चला है कि मेटा ने एआई प्रशिक्षण डेटासेट लिबजेन का उपयोग किया था, जिसमें लाखों पायरेटेड काम भी शामिल हैं. इसे पीयर-टू-पीयर टोरेंट के जरिए बांटा गया. लिबजेन ‘एक डेटासेट है जिसे पायरेटेड माना जाता है.