व्हाइट हाउस ने उन तमाम मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताया है जिसमें इजरायल पर सात अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद इसे भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा से जोड़कर देखा जा रहा था. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्ट्रैटेजी कम्युनिकेशन को-ऑर्डिनेटर जॉन किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बिडेन के बयान को "गलत समझा गया" है. उन्हें कई जगह कोट किया गया है. उस बयान में बाइडेन ने कहा था कि आश्वस्त हूं कि हमास ने जब हमला किया तो उसका एक कारण यह था... मेरे पास कोई सबूत नहीं है... इसका कारण इजराइल के लिए क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में प्रगति थी.
"राष्ट्रपति के बयान को गलत तरीके से समझा गया है"
जो बाइडेन ने ऐसा क्यों कहा, इस सवाल का जवाब देते हुए किर्बी ने कहा कि मुझे लगता है आपने उसे गलत समझा. उन्होंने जो कहा वह यह था कि उनका मानना है कि सामान्यीकरण प्रक्रिया और समझौते (इजरायल और सऊदी अरब के बीच) हम पहुंचने की कोशिश कर रहे थे... दो-राज्य के बीच चल रही खींचतान का समाधान तक ले जाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है... हो सकता है कि हमास ने उन हमलों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया हो. मुझे लगता है कि आपने वास्तव में जो कहा, उसे गलत समझा गया है.
G20 बैठक में हुई थी घोषणा
राष्ट्रपति बाइडेन ने विशेष रूप से उस आर्थिक गलियारे का उल्लेख नहीं किया जिसकी घोषणा पिछले महीने दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान की गई थी. और इसमें भारत और मध्य पूर्व के माध्यम से दक्षिण पूर्व एशिया से यूरोप तक माल ट्रांसपोर्ट करने के लिए व्यापक रेल और शिपिंग लिंक शामिल हैं.
अभी तक इस युद्ध में बड़ी संख्या में लोगों की हुई है मौत
हमास के हमले के समय को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं, जिसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की. इजरायल की इस कार्रवाई में अब तक 6,500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. मृतकों में नागरिक - बच्चे, बुजुर्ग और अन्य गैर-लड़ाके भी शामिल हैं. इजराइल ने गाजा में रिहायशी इलाकों को भी जमींदोज कर दिया है.
मध्य पूर्व से जुड़े मामलों के विशेषज्ञों ने 1973 के युद्ध को एक संभावित कारण माना है. साथ ही कहा है कि हमास ने इजरायल पर हमला क्यों शुरू किया था. जिस दिन हमास ने इजरायल पर हमला किया वह दिन इजरायल के नागरिकों के लिए बेहद पवित्र था.
गौरतलब है कि दो सप्ताह और लगभग 20,000 मौतों के बाद, इज़राइल युद्ध शुरू होने से पहले की तुलना में अधिक भूमि अपने नियंत्रण में लेकर विजयी हुआ था. यह इज़राइल और गाजा के बीच पांचवां युद्ध है. इस बार का युद्ध अपने 21वें दिन में है. अभी तक इस युद्ध से 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. बावजूद इसके इस युद्ध के रुकने या युद्धविराम की घोषणा जैसी कोई संभावना नहीं दिख रही है.