- ऑस्ट्रिया के कलाकार गुस्ताव क्लिम्ट की पेंटिंग न्यूयॉर्क में दो हजार करोड़ रुपए से अधिक में बिकी
- पेंटिंग का नाम एलिजाबेथ लेडरर का पोर्ट्रेट है, जो क्लिम्ट के प्रमुख संरक्षक की बेटी का तस्वीर है
- यह पेंटिंग 1914 से 1916 के बीच बनाई गई थी और आज तक की किसी भी नीलामी में दूसरी सबसे महंगी पेंटिंग बनी
ऑस्ट्रिया के आर्टिस्ट गुस्ताव क्लिम्ट की बनाई एक पेंटिंग मंगलवार, 18 नवंबर को अमेरिका के न्यूयॉर्क में 236.4 मिलियन डॉलर में बिकी. भारतीय करेंसी में यह रकम 2 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक होती है. इस पेंटिंग ने रिकॉर्ड बना दिया है क्योंकि यह आज तक के इतिहास में किसी नीलामी में बेची गई दूसरी सबसे महंगी पेंटिंग बन गई है. इसे खरीदने के लिए छह पार्टियों के बीच 20 मिनट तक बोली लगी.
इस पेंटिंग का नाम "एलिजाबेथ लेडरर का पोर्ट्रेट" है. इस पेंटिंग में गुस्ताव क्लिम्ट के सबसे बड़े संरक्षक (जो आर्टिस्ट को फंडिंग देता है) की बेटी को सफेद शाही चीनी पोशाक पहने हुए दिखाया गया है. वह एशियाई-प्रेरित रूपांकनों के साथ नीले टेपेस्ट्री के सामने खड़ी है. इस पेंटिंग को क्लिम्ट ने 1914 और 1916 के बीच बनाया था.
गौरतलब है कि नीलामी में अब तक बिकने वाली सबसे महंगी पेंटिंग लियोनार्डो दा विंची की "सैल्वेटर मुंडी" है, जिसे 2017 में 450 मिलियन डॉलर में खरीदा गया था.
गुमनाम है खरीदार
इस निलामी को सोथबीज ने मैनेज किया है. हालांकि इस पेंटिंग को किसने खरीदा है, उसकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है. सोथबी ने मंगलवार की निलामी के बारे में कहा, "इस प्रभावशाली पैमाने के और क्लिम्ट के शिखर काल (1912-17) के फुल लेंथ वाले सोसाइटी पोर्ट्रेट असाधारण रूप से दुर्लभ हैं... आज शाम पेश की गई पेंटिंग निजी हाथों में बचे दो ऐसे कमीशन किए गए चित्रों में से एक थी."
गुस्ताव क्लिम्ट की पहले भी कई पेंटिंग महंगी बिकी है. उनकी पेंटिंग के लिए पिछला नीलामी रिकॉर्ड "लेडी विद ए फैन" के नाम था, जो 2023 में लंदन में 85.3 मिलियन पाउंड ($108.8 मिलियन) में बिकी थी.














