Pakistan Crisis: पाकिस्तान में आम चुनावों से पहले वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने आगामी सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी है. डॉन न्यूज ने शनिवार को बताया कि इंटरनेशनल लैंडर्स और डेवलपमेंट पार्टनर्स केवल सफलताओं और कुछ वित्तपोषण के अंतरराष्ट्रीय अनुभवों के साथ सलाह दे सकते हैं, जबकि कठिन विकल्प को लेकर सुधारात्मक निर्णय केवल देश के भीतर ही लिए जा सकते हैं.
पाकिस्तान में वर्ल्ड बैंक के कंट्री डायरेक्टर, नाजी बान्हासीन ने "रिफॉर्म फॉर ब्राइटर फ्यूचर: टाईम टू डिसाइड" ओवरव्यू में कहा: "नीतिगत निर्णय सैन्य, राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं सहित मजबूत निहित स्वार्थों से काफी प्रभावित होते हैं." पाकिस्तान संकट के कगार पर है, जहां उसे एलीट वर्ग के कब्जे और सैन्य, राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं के मजबूत निहित स्वार्थों से प्रेरित नीतिगत निर्णयों के तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली 40 प्रतिशत आबादी के साथ पिछड़ा बने रहने का फैसला करना चाहिए या आगे बढ़ने के लिए रास्ता बदलना चाहिए.
विश्व बैंक के अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान को मुद्रास्फीति, बिजली की बढ़ती कीमतें, गंभीर जलवायु संकट और विकास और जलवायु अनुकूलन के वित्तपोषण के लिए अपर्याप्त सार्वजनिक संसाधनों सहित कई आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है - जब देश जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील था.
इसके अलावा विश्व बैंक ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की औसत वास्तविक प्रति व्यक्ति विकास दर 2000 और 2020 के बीच सिर्फ 1.7 प्रतिशत थी, जो इस अवधि के दौरान दक्षिण अफ्रीकी देशों के औसत प्रति व्यक्ति विकास दर के आधे से भी कम और समान आर्थिक संरचना वाले कंपटीटर देशों के औसत से काफी नीचे है.
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार,बुधवार को अंतरबैंक बाजार में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया (पीकेआर) 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 299.64 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया.