दुनिया भर में वाइन की खपत 2024 में पिछले 60 से अधिक वर्षों में सबसे निचले स्तर पर आ गई है और अमेरिकी टैरिफ से नए जोखिमों के बारे में चिंता बढ़ गई है. इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ वाइन एंड वाइन (OIV) ने मंगलवार, 16 अप्रैल को कहा कि 2024 में बिक्री पिछले साल की तुलना में 3.3% गिरकर 214.2 मिलियन हेक्टोलीटर हो गई. यह खबर द गार्डियन ने छापी है.
OIV ने अपनी यह रिपोर्ट सरकारी आंकड़ों के आधार पर छापी है. वाइड ने जुड़े व्यापार का सबसे बड़ा संगठन, OIV ने कहा कि यह 1961 के बाद से सबसे कम बिक्री का आंकड़ा होगा. 1961 में 213.6 मिलियन हेक्टोलीटर वाइन बिकी थी. ऐसा नहीं है कि सिर्फ वाइन की बिक्री ही कम हुई है, बल्कि इसके उत्पादन में भी रिकॉर्ड कमी आई है. उत्पादन भी 60 से अधिक वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर है, जो 2024 में 4.8% गिरकर 225.8 मिलियन हेक्टोलीटर हो गया है.
वाइन कम क्यों पी रहे लोग?
सवाल यह है कि आखिर लोग वाइन कम क्यों पी रहे हैं. द गार्डियन की रिपोर्ट में इसका जवाब देते हुए OIV के स्टैटिस्टिक चीन, जियोर्जियो डेलग्रोसो ने कहा कि वाइन इंडस्ट्री एक भयंकर तूफान की चपेट में आ गयी है क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण कई देशों में खपत कम हो गई है और आर्थिक कारकों ने परेशानियां बढ़ा दी हैं.
साथ ही OIV की सालाना रिपोर्ट में लिखा है, "अल्पकालिक आर्थिक और भू-राजनीतिक रूकावटों के अलावा, शराब की खपत में देखी गई गिरावट में योगदान देने वाले संरचनात्मक, दीर्घकालिक फैक्टर पर भी विचार करना महत्वपूर्ण है." इन फैक्टर में वाइन के दामों में अचानक आई बढ़ोत्तरी भी है. OIV ने कहा कि कंज्यूमर अब 2019-20 की तुलना में एक बोतल वाइन के लिए लगभग 30% अधिक पैसे दे रहे हैं और तब से कुल खपत में 12% की गिरावट आई है. इसके अलावा OVI ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में औसत से अधिक बारिश और अन्य में सूखे जैसी पर्यावरणीय चरम स्थितियों के कारण वाइन का उत्पादन प्रभावित हुआ है.
(डिस्क्लेमर: शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. अगर आपकी उम्र शराब पीने की लीगल एज जितनी नहीं हुई है तो इससे दूर ही रहें.)