रूस में 15 से 17 मार्च तक राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं, जिसमें पुतिन की जीत तय मानी जा रही है. इससे ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ने यूक्रेन में अपने सैनिक भेजे तो रूस परमाणु युद्ध के लिए तकनीकी तौर पर तैयार है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि वे परमाणु हथियार इस्तेमाल में कोई जल्दबाज़ी नहीं करेंगे. वे यूक्रेन में परमाणु हथियार के इस्तेमाल की कोई ज़रूरत नहीं देखते मगर, सैन्य और तकनीकी तौर पर रूस इसके लिए पूरी तरह से तैयार है.
बातचीत के लिए तय की दिशा
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में अगर अमेरिका कहीं भी अपने सैनिकों की तैनाती करता है तो इसे रूस दख़लअंदाज़ी के तौर पर देखेगा. परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर रूस ने अपने क़ायदे तय कर रखे हैं कि किन हालातों में इसका इस्तेमाल करना है. पुतिन ने यूक्रेन के मुद्दे पर बातचीत को तैयार रहने की भी बात की लेकिन कहा कि ये ज़मीनी हक़ीकत के मद्देनज़र होना चाहिए न कि किसे की मनमर्ज़ी के मुताबिक़.
मैक्रों के बयान पर भड़के थे
पिछले महीने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि पश्चिमी देश यूक्रेन में सेना भेज सकते हैं. रूस की तरफ़ से इस पर भी कड़ी आपत्ति जताई गई और इसे बहुत ख़तरनाक कहा गया. रूस की ओर से कहा गया कि ऐसी किसी कोशिश के घातक परिणाम होंगे. हालांकि, मैक्रों के बयान को जर्मनी समेत कई पश्चिमी देशों ने ही खारिज कर दिया लेकिन रूस ऐसी किसी कोशिश को लेकर लगातार सशंकित है और इसलिए पुतिन ने सीधे पर न्यूक्लियर युद्ध के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है.
यूक्रेन पर लगाए यह आरोप
2022 फरवरी में शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध तीसरे साल में प्रवेश कर चुका है लेकिन युद्ध का अंत होता नज़र नहीं आ रहा. इस बीच रूस में राष्ट्रपति चुनाव हो रहा है, जिसमें एक बार फिर पुतिन के चुन कर आने की पूरी संभावना है. पुतिन यूक्रेन पर आरोप लगा चुके हैं कि वह रूसी इलाक़ों में हमले बढ़ाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है. हाल के हफ़्तों में यूक्रेन की तरफ़ से कई तेल रिफाइनरियों पर ड्रोन हमले की जानकारी सामने आई है. इसके अलावा वे रूसी जो क्रेमलिन का विरोध कर रहे हैं और प्रो-कीव वॉलेंटियर फ़ाइटर्स के तौर पर लड़ रहे हैं, उन्होंने कुर्स्क और बेलगोरोड जैसे सीमाई इलाक़ों में हमला किया. हालांकि, इसे नाकाम कर दिया गया. पुतिन ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनको इस बात में कोई शक नहीं है कि यूक्रेन राष्ट्रपति चुनाव में व्यवधान नहीं डाल सकता, लेकिन किसी तरह से इसकी सामान्य प्रक्रिया में दख़ल डालना चाहता है.