बांग्लादेश में तख्तापलट की अटकलों के बीच मोहम्मद यूनुस को UN से क्यों मांगनी पड़ी मदद, पढ़ें क्या है कहानी

मोहम्मद यूनुस ने कहा कि देश में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे वैसे ही गलत सूचनाओं को फैलाने में लगे लोग इसे और तेजी से अलग-अलग माध्यम से फैलाएंगे.

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बांग्लादेश में बढ़ने लगी हैं मोहम्मद यूनुस सरकार की मुश्किलें

बांग्लादेश में बीते कुछ समय से सबकुछ ठीक नहीं है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो देश में एक बार फिर तख्तापलट जैसे हालात बन सकते हैं. मौजूदा स्थिति पर मोम्मद यूनुस सरकार की भी मदद है. यही वजह है कि मोहम्मद यूनुस ने मंगलवार को कहा कि देश के अंदर गलत जानकारी फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा  रही है. उन्होंने कहा कि ये सब देश को अस्थिर करने के लिए किया जा रहा है. आपको बता दें कि मोहम्मद यूनुस का यह बयान बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक तनाव और संभावित तख्तापलट की खबरों के बीच आया है. 

मोहम्मय यूनुस ने जारी किया बयान

देश के मौजूदा हालात को देखते हुए मोहम्मद यूनुस ने एक बयान भी जारी किया है. इस बयान में उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही मीडिया और खासकर सोशल मीडिया में अफवाहों का अंबार लगा हुआ है. देश को अस्थिर करने के लिए एक के बाद एक झूठी सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. 

यूएन से मांगी मदद 

मोहम्मद यूनुस ने कहा कि देश में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे वैसे ही गलत सूचनाओं को फैलाने में लगे लोग इसे और तेजी से अलग-अलग माध्यम से फैलाएंगे. हम और आप जानते हैं कि इसके पीछे कौन है और वो ऐसा क्यों कर रहा है. हमने इन अफवाहों और झूठे सिद्धांतों के प्रचार को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र से सहयोग मांगा है. हमें संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने इससे निपटने में सहयोग देने की बात भी कही है. 

बांग्लादेश में सैन्य शासन लागू होने या आपातकाल लगने की अटकलें सेना, प्रशासन और छात्र संगठनों के बीच बढ़ते तनाव के कारण शुरू हुई है. चर्चा है कि बांग्लादेशी आर्मी मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ कदम उठा सकती है. ढाका में बांग्लादेशी सेना की तैनाती ने तख्तापलट की अफवाहों को और हवा दी है. रिपोर्टों से पता चलता है कि बांग्लादेशी सेना की सावर स्थित 9वीं डिवीजन की टुकड़ियां इक्ट्ठी हो रही हैं और उन्होंने चरणबद्ध तरीके से राजधानी में प्रवेश करना शुरू कर दिया है.

बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार उज जमां के नेतृत्व में सेना ने सोमवार को एक इमरजेंसी बैठक की. जिसमें 5 लेफ्टिनेंट जनरल, 8 मेजर जनरल (जीओसी), स्वतंत्र ब्रिगेड के कमांडिंग अधिकारी और सेना मुख्यालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए. इस आपातकालीन बैठक ने यूनुस के तख्तापलट की चर्चा को मजबूती दी है. हालांकि बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वाकर ने किसी भी आवेगपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के कदम देश को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों के हितों की पूर्ति कर सकते हैं.

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