ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इस जीत के साथ ही लेबर पार्टी ने कंजर्वेटिव पार्टी को 14 साल बाद सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. लेबर पार्टी की इस जीत के बाद अब ब्रिटेन में एक और नाम की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है. वो नाम है कनिष्क नारायण का. कनिष्क नारायण वेल्स से चुनाव जीत कर सांसद बने हैं. कनिष्क एक अल्पसंख्यक जातीय पृष्ठभूमि से आते हैं. वो वेल्स से अल्पसंख्यक जातीय पृष्ठभूमि के तौर पर चुनाव जीतने वाले पहले सांसद हैं. कनिष्क नारायण का जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर में हुआ था.
राजनीति में आने से पहले नारायण गर्वमेंट एडवाइजिंग मंत्रालय में कार्यरत थे. वो यहां रहते हुए पब्लिक पॉलिसी के ऊपर काम करते थे. कनिष्यक नारायण ने इसके अलावा यूरोप और अमेरिका में भी कई नौकरियां की हैं. कोरोना के समय जब लॉकडाउन लगा तो उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर एक कैंपेन भी चलाया था. जिसमें उन्होंने ब्रिटिश सरकार की मदद की थी.
पूर्व प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार भी रहे हैं कनिष्क नारायण
कनिष्क नारायण ने ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहाकार के तौर पर भी काम किया है. कनिष्क ने ऑक्सफोर्ड और स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय से फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स के अलावा बिजनेस में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. वो सिविल सेवा में भी रह चुके हैं.
भारत के पहले राष्ट्रपति से भी है कनिष्क नारायण का रिश्ता
कनिष्क नारायण की जीत से पूरे परिवार के लोग उत्साहित हैं. बात अगर कनिष्क नारायण के परिवार की करें तो उनके पिता का नाम संतोष कुमार और मां का नाम चेतना सिंहा है. कनिष्क नारायण के रिश्तों के तार भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद से भी जुड़े हुए हैं. डॉ राजेंद्र प्रसाद कनिष्क नारायण की दादी के दादाजी थे. हालांकि, कनिष्क नारायण की बहन ने बताया कि वो कभी डॉ राजेंद्र प्रसाद से नहीं मिले थे लेकिन इतिहास के तार अगर जोड़े जाएं तो दोनों का रिश्ता जुड़ा हुआ है. (तस्वीरें कनिष्क नारायण के एक्स हैंडल से ली गई हैं)