इटली में काम करने वाले एक भारतीय खेत मजदूर की दर्दनाक मौत का मामला वहां की संसद तक गूंजा. वहां की एक मंत्री ने इसे "बर्बरतापूर्ण कृत्य" कहते हुए निंदा की. श्रम मंत्री मरीना काल्डेरोन ने संसद को बताया, "लैटिना के ग्रामीण इलाकों में एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हुए भारतीय कृषि श्रमिक की मौत हो गई है और उन्हें बहुत गंभीर परिस्थितियों में छोड़ दिया गया था... उनकी मौत हो गई है." उन्होंने कहा, "यह बर्बर कृत्य था." उन्होंने कहा कि अधिकारी जांच कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें दंडित किया जाएगा.
Flai CGIL ट्रेड यूनियन के अनुसार, सतनाम सिंह 30 या 31 वर्ष के थे और बिना कानूनी कागजात के काम कर रहे थे. जब वह घास काट रहे थे, तभी एक मशीन से उनका हाथ कट गया. उनके मालिक ने मदद करने की बजाय उन्हें उनके घर के पास कूड़े के थैले की तरह फेंक दिया. ट्रेड यूनियन ने इस घटना की तुलना एक "डरावनी फिल्म" से की.
खेत मजदूर सतनाम सिंह सोमवार को रोम के दक्षिण में लैटिना के एक खेत में काम करते समय घायल हो गए थे. हाथ कटने पर वह तड़पते रहे लेकिन किसी ने मदद नहीं की और आखिरकार उनकी मौत हो गई. लैटिना हजारों भारतीय प्रवासी श्रमिकों का घर है.
पुलिस ने कहा कि उन्होंने सिंह की पत्नी और दोस्तों ने बुलाया था और एक एयर एम्बुलेंस भेजी गई थी. लैटिना में एक पुलिस प्रवक्ता ने एएफपी को बताया, "उन्हें रोम के एक अस्पताल में ले जाया गया लेकिन (आज) दोपहर के आसपास उनकी मृत्यु हो गई." केंद्र-वाम डेमोक्रेटिक पार्टी ने श्रमिकों के शोषण के लिए जाने जाने वाले क्षेत्र में सतनाम के साथ हुए व्यवहार की निंदा करते हुए इसे "सभ्यता की हार" बताया. एक्स पर कहा गया, "गैंगमास्टरों के खिलाफ लड़ाई और सम्मानजनक और मानवीय जीवन और कामकाजी परिस्थितियों के लिए लड़ाई हमारी प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए."