अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राजधानी वाशिंगटन में कैपिटोल हिंसा (US Capitol Attack) से पहले दिए गए अपने भाषण को पूरी तरह उचित करार दिया है. मंगलवार को संवादाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर आप मेरा भाषण पढ़ें... लोगों को लगता है कि जो कुछ भी मैंने कहा वह पूरी तरह उचित था.' उनसे पूछा गया था कि कैपिटोल में जो कुछ भी हुआ उसमें उनकी क्या भूमिका थी और उनकी निजी जिम्मेदारी क्या थी? व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, 'हम हिंसा नहीं चाहते.' महाभियोग पर उन्होंने कहा, 'ये राजनीतिक इतिहास का सबसे बड़ा विचहंट है. ये महाभियोग भयंकर ग़ुस्सा पैदा कर रहा है लेकिन कम कोई हिंसा नहीं चाहते.'
ऐसे में जब उनके कार्यकाल के केवल 8 दिन शेष बचे हैं, ट्रंप खुद को अकेला पा रहे हैं, पूर्व सहयोगियों ने उन्हें छोड़ दिया है, सोशल मीडिया पर उनपर प्रतिबंध लग गया है, और अब 6 जनवरी को कांग्रेस के खिलाफ दंगा भड़काने के आरोप में वो दूसरी बार महाभियोग का सामना कर रहे हैं.
टेक्सास के अलामो की उनकी यह यात्रा, जहां वह अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने में सफलता का दावा करेंगे, कांग्रेस की ओर मार्च करने के लिए अपने हजारों समर्थकों को इकट्ठा करने के बाद यह उनकी पहली लाइव सार्वजनिक उपस्थिति है.
3 नवंबर को हुए चुनावों के बाद, रियल एस्टेट टाइकून सनकी तरीके से इस झूठ को हवा देते रहे हैं कि डेमोक्रेट जो बाइडेन नहीं बल्कि चुनाव में उनकी जीत हुई है, और पिछले हफ्ते अपनी ताकत दिखाने के लिए उन्होंने जो भारी भीड़ इकट्ठा की, उसे उन्होंने पूरी तरह जायज ठहराया.
ट्रंप के भाषण के बाद भीड़ कांग्रेस में घुस गई, पुलिस से लड़ते हुए और दफ्तरों को तहस नहस करते हुए डरे हुए सांसदों को उस कार्यक्रम को रद्द करने के लिए मजबूर किया जिसमें बाइडेन की जीत पर कानूनी मुहर लगनी थी.
उन्होंने अब तक ना तो बाइडेन को बधाई दी है और ना ही अपने समर्थकों से भावी राष्ट्रपति के समर्थन देने को कहा है जो कि 20 जनवरी को शपथ लेंगे - जिसे अमेरिकी चुनाव के बाद राजनीतिक एकजुटता दिखाने का भाव समझा जाता है.
और एक्सियोस के अनुसार, ट्रंप और प्रतिनिधि सभा में शीर्ष रिपब्लिकन केविन मैकार्थी के बीच मंगलवार को फोन पर बातचीत की, जिसमें ट्रंप ने दावा किया कि उनके समर्थकों ने नहीं बल्कि वामपंथी एंटिफा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पर हमला किया.
मैकार्थी ने कहा कि 'ये एंटिफा नहीं थे, मैं जानता हूं, मैं वहीं था.'
जब ट्रंप ने अपनी कॉन्सपिरेसी थियरी जारी रखी कि चुनाव के असली विजेता वही हैं, मैकार्थी ने उन्हें टोकते हुए कहा, 'बस करो, बहुत हो चुका, चुनाव खत्म हो चुके हैं.'