रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने गुरुवार को कहा कि रूसी सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी थी कि क्या हो रहा है, जब यूक्रेन के शीर्ष खुफिया अधिकारी ने कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन उस सूची में टॉप पर थे, जिनकी लिस्ट हत्या करने के लिए बनाई गई थी.
रॉयटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की सैन्य खुफिया सेवा के उपप्रमुख वादिम स्किबिट्स्की ने जर्मनी के 'डाई वेल्ट' अख़बार से एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन व्लादिमिर पुतिन की हत्या करना चाहता था, 'क्योंकि वही युद्ध की निगरानी करते हैं, और सभी फ़ैसले करते हैं' और रूसी राष्ट्रपति को भी जानकारी थी कि वह यूक्रेन की हत्या सूची में सबसे ऊपर हैं.
रिपोर्ट में वादिम स्किबिट्स्की के हवाले से कहा गया, "लेकिन आखिरकार, सभी को अपनी हरकतों के लिए जवाब देना होगा..."
वादिम स्किबिट्स्की ने 'डाई वेल्ट' से कहा, "पुतिन देख रहे हैं कि हम उनके करीब आते जा रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने ही लोगों द्वारा मारे जाने का भी डर है..."
स्किबिट्स्की ने अन्य रूसी नागरिकों के भी नाम लिए, जो हिटलिस्ट में हैं - मर्सिनरी के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन, रूसी रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु, जनरल स्टाफ चीफ़ वालेरी गेरासिमोव और सैन्य कमांडर सर्गेई सुरोविकिन, जिन्हें रूसी मीडिया ने 'जनरल आर्मागेडन' नाम दिया है.
स्किबिट्स्की ने यह भी कहा कि व्लादिमिर पुतिन मुश्किल टारगेट हैं, क्योंकि वह बहुत ज़्यादा वक्त तक 'छिपे' रहते हैं, लेकिन अब वह पहले के मुकाबले ज़्यादा सार्वजनिक रूप से दिखने लगे हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या स्किबिट्स्की के इंटरव्यू के बाद व्लादिमिर पुतिन की सुरक्षा इंतज़ान बढ़ाए जा रहे हैं, क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "भरोसा कीजिए, हमारी सुरक्षा एजेंसियां अपना काम जानती हैं, और उन्हें पता है, क्या करना है..."
पेसकोव ने कहा कि स्किबिट्स्की का इंटरव्यू इस बात की पुष्टि करता है कि रूस ने 15 महीने पहले यूक्रेन में जो 'विशेष सैन्य अभियान' शुरू किया था, वह सही था.
इस महीने की शुरुआत में क्रेमलिन पर हुए एक ड्रोन हमले को रूस ने यूक्रेन द्वारा पुतिन को मारने की कोशिश करार दिया, लेकिन उस वक्त यूक्रेन ने इसका खंडन किया था.