इथियोपिया में एक ज्वालामुखी के सक्रिय होने और आसमान में राख का विशाल गुबार फैलने के कारण कई भारतीय एयरलाइंस की उड़ानें प्रभावित हुई हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, एक प्रमुख भारतीय एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) की अबू धाबी जा रही एक फ्लाइट को बीच रास्ते से ही डायवर्ट करना पड़ा.
इंडिगो ने दी सोशल मीडिया पर जानकारी
इंडिगो ने यात्रियों को जानकारी देते हुए कहा कि, "इथियोपिया में हाल ही में हेलीगुब्बी ज्वालामुखी फटने के बाद, राख के बादल पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ रहे हैं. हम समझते हैं कि ऐसी खबरें चिंता का कारण बन सकती हैं, और आपको भरोसा दिलाना चाहते हैं कि आपकी सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
हमारी टीमें इंटरनेशनल एविएशन संस्थाओं के साथ मिलकर स्थिति पर करीब से नजर रख रही हैं. हम सुरक्षित और भरोसेमंद ऑपरेशन पक्का करने के लिए सभी जरूरी सावधानियों के साथ पूरी तरह तैयार हैं.
हमारी 6E टीमें सभी टचपॉइंट पर आपकी किसी भी मदद के लिए उपलब्ध हैं. हम चौबीसों घंटे डेवलपमेंट पर नजर रखेंगे."
अकासा एयरलाइंस ने रद्द की अपनी फ्लाइट्स
अकासा एयरलाइंस ने जानकारी दी कि, "इथियोपिया में हाल ही में हुई ज्वालामुखी गतिविधि और उसके कारण आस-पास के एयरस्पेस में राख के गुबार के बाद, 24 और 25 नवंबर 2025 को जेद्दा, कुवैत और अबू धाबी आने-जाने वाली हमारी फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं. यात्रियों को यह ऑप्शन दिया गया है कि वे या तो अपनी मौजूदा बुकिंग का पूरा रिफंड लें या अगले सात दिनों में बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के दूसरी उपलब्ध फ्लाइट को फिर से बुक करें. "
एयर इंडिया ने दिया अपडेट
"एयर इंडिया ने कहा कि, इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने के बाद, कुछ जगहों पर राख के बादल देखे गए हैं. हम हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं और अपने ऑपरेटिंग क्रू के साथ लगातार संपर्क में हैं. इस समय एयर इंडिया की फ्लाइट्स पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है. हम अपने यात्रियों, क्रू और एयरक्राफ़्ट की सुरक्षा पक्का करने के लिए अपने एहतियाती प्लान के तहत सभी जरूरी कदम उठाएंगे, जो हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है."
मस्कट FIR और आसपास के क्षेत्रों में ज्वालामुखी राख फैलने के बाद भारत के सभी एयरलाइंस ऑपरेटरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. टूलूज़ और एएआई ने ज्वालामुखी राख एडवाइजरी और ASHTAM जारी कर खतरनाक हालात की चेतावनी दी है. एविएशन ऑपरेटरों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने ऑपरेशन मैनुअल में दिए गए ज्वालामुखी राख से जुड़े सभी नियमों का सख्ती से पालन कराएं.
पायलट, डिस्पैचर और केबिन क्रू को प्रभावित क्षेत्रों और ऊँचाइयों से दूर रहने, नई एडवाइजरी के अनुसार फ्लाइट प्लान और रूट बदलने, और किसी भी राख के असर—जैसे इंजन में गड़बड़ी या केबिन में धुआँ/गंध—की तुरंत रिपोर्ट करने को कहा गया है. डिस्पैचर टीम को NOTAM, ASHTAM और मौसम अपडेट लगातार मॉनिटर करने के निर्देश दिए गए हैं














