चीन (China) में आईफोन (iPhone) की सबसे बड़ी फैक्ट्री में कोरोना संक्रमण (Corona Breakout) फैलने के बाद लगे लॉकडाउन के बाद, वहां से भागते माइग्रेंट कर्मचारियों का वीडियो सामने आया है. चीन में मौजूद बीबीसी के संवाददाता स्टीफन मैकडॉनेल ने बताया, " कर्मचारी एपल की सबसे बड़ी एसेंबली साइट से भागते नज़र आए, वह झेंगझोऊ के फॉक्सकॉन में जीरो कोविड लॉकडाउन से भागते नज़र आए. भागने के बाद, वह अपने घर जाने के लिए 100 किलोमीटर तक चल रहे हैं ताकि लोगों को नियंत्रित करने के लिए बनाए गए कोविड एप से बचकर निकला जा सके."
चीन के सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो दिखाते हैं कि लोग चीन के केंद्रीय शहर झेंगझोऊ में स्थित प्लांट के बाहर लगे बाड़े को कूद रहे हैं जो मैन्यूफैक्चरर फॉक्सकॉन का है.
इससे पहले यह रिपोर्ट किया गया था कोविड संक्रमण फैलने के कारण कई कर्मचारियों को क्वारेंटीन में रखा गया था. मैकडॉनल के अनुसार, फॉक्सकॉन में करीब तीन लाख कर्मचारी हैं और यहां दुनिया के करीब आधे आईफोन बनते हैं. कोविड लॉकडाउन और खाने की कमी के कारण के कारण मची अफरातफरी के बीच चीन की वीडियो होस्टिंग सर्विस ने दिखाया कि माइग्रेंट वर्कर हेनान प्रांत से पैदल लौट रहे हैं क्योंकि लॉकडाउन के कारण कोई सार्वजनिक वाहन नहीं मिल रहा है.
शनिवार से ही, चीन के सोशल मीडिया पर यह वीडियो तैर रहे थे जिसमें फॉक्सकॉन के कर्मचारियों को दिन-रात पैदल चल कर घर लौटते दिखाया गया था. तस्वीरों में दिखाया गया था कि हाइवे के पास स्थानीय लोगों ने फॉक्सकॉन के कर्मचारियों को मुफ्त में खाना-पानी देने को टैंट लगाए हैं. सरकार या फॉक्सकॉन से मदद के बिना यह कर्मचारी अजनबियों की दया पर ही निर्भर हैं.
हेनान प्रांत की राजधानी झेंगझोऊ, में 29 अक्टूबर तक पिछले सात दिन में 167 स्थानीय कोविड के मामले मिले हैं. यह उससे पिछले सात दिनों की तुलना में 97 संक्रमण अधिक हैं.
इसके कारण चीन की जीरो कोविड पॉलिसी के अनुसार, 10 मिलियन लोगों के शहर को लॉकडाउन कर दिया गया था.
अमेरिका को एपल आईफोन सप्लाई करने वाली फॉक्सकॉन के झेंगझोऊ कॉम्पलेक्स में लाखों कर्मचारी हैं लेकिन उसने अभी तक यह नहीं बताया कि उसमें से कितने संक्रमित हैं.