अमेरिका (US) के एक लड़ाकू विमान (Fighter Jet) को दक्षिण चीन सागर ( South China Sea) में क्रैशलैंडिंग ( Crash Landing) करनी पड़ी. इस हादसे में अमेरिकी सेना के सात जवान घायल हो गए हैं. अमेरिका की नौसेना ( US Navy) ने बताया है कि अमेरिका के F-35 जेट विमान का पायलेट एयरक्राफ्ट से सुरक्षित निकलने में कामयाब रहा और उसे हैलिकॉप्टर के ज़रिए बचा लिया गया है लेकिन नौसेना के सात जवान इस हादसे में घायल हो गए.
अमेरिकी नौसेना की तरफ से जारी बयान के अनुसार, "दक्षिणी चीन सागर में 24 जनवरी को अमेरिकी जहाज़ USS कार्ल विंसन (CVN 70) के डेक पर रूटीन ऑपरेशन के दौरान F-35 जेट विमान लैंड कर रहा था, तभी ये हादसा हो गया."
अमेरिकी नौसेना का F-35C लाइटनिंग II करियर एयर विंग 2 में तैनात था. अमेरिकी नौसेना ने बताया है कि पायलेट अब सुरक्षित है. तीन नौसैनिकों को इलाज के लिए फिलीपीन्स की राजधानी मनीला ले जाना पड़ा. अन्य चार सैनिकों का जहाज़ पर मौजूद मेडिकल टीम के सदस्यों ने इलाज किया.
जापान की नौसेना की तरफ से अमेरिका के युद्धपोत USS कार्ल विंसन को लेकर एक ट्वीट भी किया गया था जिसमें इस जहाज़ के जापान के साथ द्विपक्षीय सैन्यअभ्यास में शामिल होने की बात कही गई थी.
दक्षिणी चीन सागर में चीन की बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए अमेरिका ने इस इलाके में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है. अमेरिका का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनों के अनुसार अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों को सुरक्षित करने के लिए दक्षिणी चीन सागर में अपने जहाज़ तैनात कर रहा है. चीन इस इलाके में अमेरिकी मौजूदगी को नापसंद करता है.
इससे पहले पिछले साल अक्टूबर 2021 में दक्षिण चीन सागर में तैनात एक अमेरिकी परमाणु पनडुब्बी एक अज्ञात वस्तु से टकराने के बाद एक अमेरिकी परमाणु पनडुब्बी क्षतिग्रस्त हो गई थी. इस परमाणु पनडुब्बी के हादसे के बाद अमेरिकी नौसेना ने कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों सहित तीन नौसैनिकों को बर्खास्त कर दिया था. चीन की तरफ से भी दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के सैन्य अभ्यास की आलोचना की गई थी.
नौसेना ने एक बयान में कहा गया था कि , "यूएसएस कनेक्टिकट, जो एक परमाणु-संचालित तेजी से हमला करने वाली पनडुब्बी है, "दो अक्टूबर की दोपहर को हिन्द-प्रशांत महासागर क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में जलमग्न होने के दौरान एक वस्तु से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई."
USNI न्यूज ने यह भी कहा कि पनडुब्बी दक्षिण चीन सागर में तैनात थी, जहां अमेरिकी नौसेना ने छोटे द्वीपों, चट्टानों और बाहरी इलाकों पर चीन के विवादित क्षेत्रीय दावों को चुनौती दी है.