राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के नेतृत्व वाले अमेरिकी प्रशासन ने देश की एक अदालत के समक्ष ताजा अभिवेदन में पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana)को मुंबई में 2008 के आतंकी हमलों (Mumbai Terrorist Attack) के मामले में प्रत्यर्पित किए जाने के भारत के अनुरोध को लेकर समर्थन दोहराया है.अमेरिकी सरकार के सहायक अटॉर्नी जॉन जे लुलेजियान ने इस मामले में लॉस एंजिलिस में अमेरिका डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की जज जैकलीन चुलजियान को सोमवार को पत्र के माध्यम से जानकारी दी. जज ने मामले की सुनवाई के लिए 24 जून की तारीख तय की है.
26/11 हमले के मास्टरमाइंड की जानकारी देने वाले को अमेरिका देगा 50 लाख डॉलर!
लुलेजियान ने पत्र और उसके साथ सौंपे दस्तावेज में ‘‘प्रत्यर्पण के प्रमाणन संबंधी अनुरोध के पक्ष में अमेरिका के जवाब'' के समर्थन में घोषणा की.लुलेजियान ने दोहराया कि 59 वर्षीय राणा का भारत में प्रत्यर्पण भारत और अमेरिका के बीच हुई प्रत्यर्पण संधि के अनुरूप है. भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के मुताबिक, भारत सरकार ने राणा के औपचारिक प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है और अमेरिका ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अमेरिका सरकार ने दलील दी है कि भारत प्रत्यर्पण के लिए राणा सभी मापदंडों को पूरा करता है.
26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को पाक कोर्ट ने दो आतंकी वारदातों के लिए 10 साल की सजा सुनाई
लुलेजियान ने कहा कि अमेरिका राणा को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए प्रमाणन का अनुरोध करता है.उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्यर्पण अनुरोध में संभावित कारण स्थापित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं और राणा ने भारत के अनुरोध को काटने के लिए कोई सबूत नहीं दिया है.'' गौरतलब है कि राणा लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड कोलमैन हेडली का बचपन का दोस्त है. भारत के अनुरोध पर राणा को मुंबई आतंकवादी हमले में संलिप्तता के आरोप में लॉस एंजिलिस में 10 जून को फिर से गिरफ्तार किया गया था. इस हमले में छह अमेरिकी नागरिकों समेत 166 लोग मारे गये थे. भारत ने उसे भगोड़ा घोषित किया है.पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी नागरिक हेडली 2008 के मुंबई हमलों की साजिश रचने में शामिल था. वह मामले में गवाह बन गया था और वर्तमान में हमले में अपनी भूमिका के लिए अमेरिका में 35 साल जेल की सजा काट रहा है.