- अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोककर समाप्त किया गया था।
- रूबियो ने कांगो और रवांडा के बीच शांति समझौते का उल्लेख करते हुए कहा कि अमेरिका ने 12-दिवसीय युद्ध को समाप्त करवाया।
- ट्रंप ने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान युद्ध को व्यापार प्रतिबंधों के जरिए रोका गया, जबकि भारत ने सैन्य संपर्क को मुख्य कारण बताया।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने दावा किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में वाशिंगटन ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध ‘‘रुकवाया और उसे समाप्त करवाया.'' व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) में मंगलवार को कैबिनेट बैठक में ट्रंप के पास बैठे रूबियो ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति महोदय, मैं यहां एक सूची पर नजर दौड़ा रहा हूं... घरेलू स्तर पर हासिल की गई इन सभी उपलब्धियों (की सूची) पर... हमने आपके नेतृत्व में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया और उसे समाप्त करवाया.''
रूबियो ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और रवांडा के बीच शांति समझौते का भी जिक्र करते हुए कहा, ‘‘12-दिवसीय युद्ध जो एक अमेरिकी ऑपरेशन के साथ समाप्त हुआ. हम दुनिया के एकमात्र देश हैं, जो ऐसा कर सकते हैं. उम्मीद है कि बहुत जल्द अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच शांति समझौता होगा.''
उन्होंने कहा, ‘‘सीरिया और लेबनान के कारण अब पूरे पश्चिम एशिया और इसके बुनियादी ढांचे में बदलाव की संभावना है. अभी छह महीने भी नहीं हुए हैं. यह आपके नेतृत्व और टीम के शानदार काम का प्रमाण है.''
ट्रंप ने एक दिन पहले अपने इस दावे को दोहराया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रुकवाया, जो कि परमाणु युद्ध में बदल सकता था. अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया था कि उन्होंने दोनों पड़ोसी देशों से कहा था कि अगर वे युद्ध जारी रखते हैं, तो वाशिंगटन उनके साथ व्यापार नहीं करेगा.
ट्रंप यह दावा कई बार कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को व्यापार समझौते के जरिये खत्म करवाया.
दूसरी तरफ, भारत का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) की ओर से संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार किया गया.
इस बीच, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने भारत के पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष रुकवाने में ट्रंप की किसी भी भूमिका से इनकार करने के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'मुझे लगता है... इतनी सारी टिप्पणियां अपने आप में सब कुछ बयां कर देती हैं. यह हमारी आधुनिक दुनिया के अच्छे पहलुओं में से एक है... लोग देख सकते हैं कि असल में क्या हो रहा है. असल में क्या हुआ है, यह जानने के लिए आपको किसी टिप्पणी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है.'
ब्रूस ने कहा, 'दुनिया की सारी हलचल हमारे सामने बड़े और छोटे पर्दे पर वास्तविक समय में दिख रही है. हर किसी की अपनी राय होगी. यह एक राय है. कुछ राय गलत होती हैं. मेरी राय शायद ही कभी गलत होती है, लेकिन दूसरों की राय गलत हो सकती है.'
उन्होंने कहा, 'लेकिन हमें विश्लेषण और फैसला करना होता है. और तथ्य यह है कि हम हर दिन अपने सामने स्पष्ट रूप से समझते हैं कि हमारी दुनिया में क्या घटित हो रहा है.'
ब्रूस ने कहा, 'डोनाल्ड ट्रंप इसे आसान बनाने और चीजों को स्पष्ट करने में मदद करने के लिए यहां हैं. विदेश मंत्री मार्को रूबियो भी ऐसी ही स्थिति में हैं. अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भी पाकिस्तान और भारत के साथ बातचीत में शामिल थे. वही गतिशीलता, नये विचार, दुनिया की समझ और यह सुनिश्चित करना कि जब वे जाएं, तो यह बेहतर हो. और इसके लिए उन्हें याद किया जाएगा.'
जम्मू-कश्मीर के पहलाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसके बाद दोनों देशों में सैन्य संघर्ष छिड़ गया था.