रूस की दो दिग्गज तेल कंपनियों पर अमेरिका ने लगाया कड़ा प्रतिबंध, कहा- 'हत्याएं रोककर युद्ध खत्म करो'

इन प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप, रोसनेफ्ट और लुकोइल की अमेरिका में सभी संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं. इसके अलावा, अमेरिकी नागरिकों पर इन कंपनियों के साथ किसी भी प्रकार का वित्तीय लेनदेन करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.

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  • अमेरिका ने रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर युद्ध को रोकने के लिए आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं.
  • अमेरिकी मंत्रालय ने इन प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस की युद्ध मशीन को वित्तपोषित करने की क्षमता कम करना बताया है.
  • प्रतिबंधों के तहत इन कंपनियों की अमेरिका में संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं और वित्तीय लेनदेन पर रोक लगाई गई है.
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वॉशिंगटन डीसी:

अमेरिका ने रूस पर यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का दबाव बढ़ाने के उद्देश्य से एक बड़ा आर्थिक कदम उठाया है. अमेरिकी वित्त विभाग ने रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों, रोसनेफ्ट (Rosneft) और लुकोइल (Lukoil) पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिकी वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, इन प्रतिबंधों का सीधा उद्देश्य रूस की अपनी युद्ध मशीन के लिए राजस्व जुटाने और उसकी कमजोर अर्थव्यवस्था को सहारा देने की क्षमता को कम करना है.

तत्काल युद्धविराम की मांग

वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने अपने बयान में रूस से हत्याएं रोकने और तत्काल युद्धविराम करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति पुतिन द्वारा इस निरर्थक युद्ध को समाप्त करने से इनकार करने के मद्देनजर, वित्त मंत्रालय रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगा रहा है जो क्रेमलिन की युद्ध मशीनरी को वित्तपोषित करती हैं."

बेसेंट ने आगे कहा कि वित्त मंत्रालय राष्ट्रपति ट्रंप के "एक और युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए, यदि आवश्यक हुआ तो आगे की कार्रवाई करने के लिए तैयार है." उन्होंने सहयोगी देशों से भी इन प्रतिबंधों का पालन करने का आग्रह किया.

प्रतिबंधों का असर

इन प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप, रोसनेफ्ट और लुकोइल की अमेरिका में सभी संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं. इसके अलावा, अमेरिकी नागरिकों पर इन कंपनियों के साथ किसी भी प्रकार का वित्तीय लेनदेन करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.

रोसनेफ्ट और लुकोइल के 50% या उससे अधिक स्वामित्व वाली सभी संस्थाओं पर भी प्रतिबंध लागू होंगे, भले ही उन्हें OFAC (Office of Foreign Assets Control) द्वारा सूचीबद्ध न किया गया हो. OFAC के नियमों के तहत, अमेरिकी व्यक्तियों द्वारा या संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर अवरुद्ध व्यक्तियों से संबंधित सभी लेनदेन पर प्रतिबंध रहेगा, जब तक कि विशेष लाइसेंस द्वारा अधिकृत न किया जाए.

बयान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जो विदेशी वित्तीय संस्थान जानबूझकर इन नामित संस्थाओं के साथ महत्वपूर्ण लेनदेन करते हैं, उन पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाए जाने का जोखिम रहेगा. रोसनेफ्ट पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और उत्पादों के अन्वेषण से लेकर बिक्री तक में विशेषज्ञता रखती है, जबकि लुकोइल रूस और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल और गैस के अन्वेषण, उत्पादन और वितरण में संलग्न है. अमेरिकी कार्रवाई में रोसनेफ्ट और लुकोइल की कई रूस-स्थित सहायक कंपनियां भी प्रतिबंधित की गई हैं.

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