अमेरिका (US) ने 24 फरवरी को यूक्रेन (Ukraine) पर रूस के हमले (Russian Attack on Ukraine) के बाद मॉस्को के शीर्ष नेतृत्व और कुलीन वर्ग के लोगों समेत करीब 5,000 नागरिकों पर प्रतिबंध लगाए हैं लेकिन अमेरिकी रूस के लोगों को वीजा देने पर पूर्ण प्रतिबंध (Blanket Ban) लगाने को राजी नहीं है. अमेरका के विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने अपने सहयोगियों तथा साझेदारों के साथ मिलकर क्रेमलिन के अधिकारियों पर वीजा पाबंदियों समेत कई प्रतिबंध लगाए. अमेरिका ने 24 फरवरी 2022 के बाद से यूक्रेन पर रूस के हमले के जवाब में करीब 5,000 लोगों पर वीजा पाबंदियां लगाने के लिए कदम उठाए हैं.''
द गार्डियन के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskiy ) ने अमेरिका से अपील की थी कि वो रूस के लोगों को वीजा देने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए ताकि वो जब तक अपनी मानसिकता नहीं बदलते हैं, अपने देश में रहें."
यूएस न्यूज़ के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने इस महीने की शुरुआत में वॉशिंगटन पोस्ट में दिए एक इंटरव्यू में बाइडेन प्रशासन से कहा था कि रूसी लोग जब तक अपनी सोच नहीं बदल लेते उन्हें अपनी दुनिया में रहने देना चाहिए."
इसका जवाब देते हुए अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा, "अमेरिका रूसी मूल के लोगों के लिए और मानवाधिकार का संकट झेल रहे लोगों के लिए सुरक्षा और शरण के लिए रास्ते बंद नहीं करना चाहता है."
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम रूसी आक्रमण में शामिल लोगों की पहचान करते रहेंगे और उनके आचरण के लिए उन्हें जवाबदेह ठहराएंगे. हम क्रेमलिन की जवाबदेही तय करने के लिए सभी उपायों पर विचार कर रहे हैं.''
प्रवक्ता ने यह भी पुष्टि की कि अमेरिका में रूस के राजदूत 18 अगस्त को विदेश विभाग में आए थे और इस दौरान अमेरिका ने यूक्रेन पर युद्ध में और तेजी लाने के खिलाफ रूस को आगाह किया. साथ ही मॉस्को से यूक्रेन के परमाणु केंद्रों में या उसके समीप सभी सैन्य अभियान बंद करने तथा जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र का कब्जा युद्धग्रस्त देश को वापस लेने के लिए कहा गया.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में मुलाकात की ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया.
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा कि अमेरिका ने दुनियाभर में अपने सहयोगियों के साथ काम करते हुए अभूतपूर्व गति से अपने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार का सही तरीके से इस्तेमाल किया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि रूस, यूक्रेन, उसके लोगों, उसकी स्वतंत्रता, लोकतंत्र और उसकी क्षेत्रीय अखंडता पर बर्बर प्रहार कर रहा है.