संकट के वक्त भारत का साथ देते हुए अमेरिकी सांसदों ने कोविड-19 से जूझ रहे लोगों की जान बचाने के वास्ते हरसंभव मदद करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की तारीफ की तथा उनसे और अधिक प्रयास करने का अनुरोध किया. सांसद एवं सदन की विदेश मामले की समिति के वरिष्ठ सदस्य ब्रैड शर्मन ने मंगलवार को कहा, ‘‘अमेरिका का हमारे सहयोगी भारत की मदद करने का नैतिक दायित्व है, जो कोविड-19 की गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाना चाहिए कि भारतीय लोगों को सभी सहायता मिले, जिनकी उन्हें इस संकट के दौरान आवश्यकता है.''
कांग्रेस सदस्य कैरोलिन बॉड्रियॉक्स ने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं भारत और पड़ोसी देशों के लोगों के साथ हैं, क्योंकि वे कोविड-19 से कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं. मुझे खुशी है कि व्हाइट हाउस ये जीवनरक्षक टीके उपलब्ध करा रहा है, लेकिन हमें आने वाले दिनों में मजबूत, समन्वित वैश्विक प्रतिक्रिया की जरूरत पड़ेगी.''
कांग्रेस सांसद माइकल वाल्ट्ज प्रेस ने कहा कि चीन के साथ अमेरिका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत अहम सहयोगी है.
उन्होंने कहा, ‘‘उसकी ताकत एशिया तथा अमेरिका में स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. हमें कोविड-19 के नए मामलों से निपटने के लिए उनकी हरसंभव मदद करनी चाहिए.''
एक अन्य सांसद बिल फोस्टर ने कहा कि चूंकि अमेरिका इस महामारी से निपटने में निरंतर प्रगति कर रहा है, तो भारत में गंभीर स्थिति को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. कई अन्य अमेरिकी सांसद भी भारत के समर्थन में आए हैं.
सीनेटर रॉबर्ट मेनेंदेज ने कहा, ‘‘समान तरीके से टीकों की आपूर्ति करने से न केवल आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा मिलेगी बल्कि यह नैतिक अनिवार्यता है. नवोन्मेष का गढ़ और वंचित वर्ग के लोगों का चैम्पियन होने के नाते अमेरिका को देश तथा विदेश में हर किसी को टीका लगाने के प्रयासों का नेतृत्व करना चाहिए.''
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह खुश हैं कि अमेरिका, भारत और अन्य देशों को एस्ट्राजेनेका की आपूर्ति करेगा.