अमेरिकी कैपिटल मार्केट रेगुलेटर कस रहा शिकंजा, मुश्किल में पड़ सकती है हिंडनबर्ग

एंड्रयू लेफ्ट और सिट्रोन के खिलाफ लगाए गए आरोप सेबी की ओर से हिंडनबर्ग रिसर्च शॉर्ट-सेलिंग मामले में लगाए गए आरोपों से मिलते-जुलते हैं.

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अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) शॉर्टसेलर्स पर अपना शिकंजा कस रहा है. इससे नेट एंडरसन के नेतृत्व वाली हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) मुश्किल में पड़ सकती है. शुक्रवार को अमेरिकी कैपिटल मार्केट रेगुलेटर ने कथित रूप से गलत तरीके से लाभ कमाने के लिए शॉर्टसेलिंग फर्म सिट्रोन कैपिटल और उसके प्रमुख एंड्रयू लेफ्ट के खिलाफ कार्रवाई करने का ऐलान किया है.

एसईसी के एक बयान के अनुसार, लेफ्ट और सिट्रोन ने अपने फॉलोवर्स को अपनी रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर कुछ स्टॉक खरीदने या बेचने की सलाह दी, और अपनी स्थिति का विज्ञापन किया. हालांकि, एक बार जब फॉलोवर्स शेयरों में पैसा लगानवा शुरू कर देते हैं तो सिट्रोन तुरंत अपनी पोजीशन बदल देता है और लाभ कमाता है.

एसईसी ने अपने बयान में कहा है कि, "हमने उन कथित प्रलोभन और धोखाधड़ी की रणनीतियों का पर्दाफाश किया है, जिससे लेफ्ट और उनकी कंपनी को 20 मिलियन डॉलर का गलत लाभ हुआ है. हम लेफ्ट और उनकी कंपनी को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराना चाहते हैं."

कैलिफोर्निया के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के लिए यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर SEC की शिकायत में लेफ्ट और सिट्रोन कैपिटल पर फेडरल सिक्यूरिटीज लॉ के तहत धोखाधड़ी-रोधी प्रावधानों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है.

गेमस्टॉप (GameStop) शेयरों में उथल-पुथल भरे कारोबार के बाद अमेरिकी कैपिटल मार्केट रेगुलेटर और अन्य प्रवर्तन एजेंसियां ​​2021 से शॉर्टसेलर्स की जांच कर रही हैं. मई 2023 में रॉयटर्स ने न्याय विभाग के एक अधिकारी के हवाले से दावा किया था कि शॉर्टसेलर्स के खिलाफ कार्रवाई की संभावना है. इसके बाद जांच ने और जोर पकड़ा.

लेफ्ट और सिट्रोन के खिलाफ लगाए गए आरोप कुछ ऐसे ही लगते हैं जैसे कि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने हिंडनबर्ग रिसर्च शॉर्टसेलिंग मामले में दावा किया है. पिछले साल जनवरी में हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसके कारण भारतीय बाजारों में भारी बिकवाली हुई थी. इसके बाद के महीनों में अदाणी ग्रुप के शेयरों में सुधार हुआ है.

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सेबी के शो कॉज नोटिस के अनुसार, हिंडनबर्ग ने हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन और उनकी संस्थाओं के साथ मिलकर एक योजना बनाई, जिसका उद्देश्य शॉर्ट पोजीशन बनाने के लिए गैर-सार्वजनिक जानकारी की एडवांस नॉलेज का उपयोग करना था.

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रेगुलेटर ने आरोप लगाया कि किंगडन ने 24 जनवरी, 2023 को मसौदा रिपोर्ट आधिकारिक रूप से जारी होने से पहले विदेशी निवेशक के साथ साझा करने के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के साथ एक कानूनी समझौता किया था.

सेबी की जांच के तहत इसने अमेरिकी कैपिटल मार्केट रेगुलेटर के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान किया है. अपने कारण बताओ नोटिस में सेबी ने अदाणी ग्रुप के शेयरों में संदिग्ध कारोबार के मामले में हिंडनबर्ग रिसर्च को एसईसी द्वारा जारी किए गए सम्मन के बारे में बताया है.

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ब्लूमबर्ग टेलीविजन पर शुक्रवार को ब्लूमबर्ग न्यूज के वरिष्ठ इक्विटी रिपोर्टर बेली लिप्सचुल्ट्ज़ ने कहा कि समाचार पोर्टल इस बात पर बारीकी से नजर रख रहा है कि क्या इस जांच का हिस्सा रहे अन्य प्रमुख नामों को भी इसी तरह के मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है.

सेबी के कारण बताओ नोटिस पर अपने सार्वजनिक जवाब में हिंडनबर्ग रिसर्च ने दावा किया है कि अदाणी शॉर्ट से उसे मात्र 4.1 मिलियन डॉलर का रेवेन्यू मिला है.

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(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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