अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन सेना के बीच झड़प पर अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है. व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन इस बात से खुश है कि भारत और चीन दोनों देश झड़प के बाद तुरंत पीछे हट गए.
एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा कि अमेरिका स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है और दोनों पक्षों को सीमा विवाद पर चर्चा करने के लिए मौजूदा द्विपक्षीय चैनलों के इस्तेमाल करना चाहिए.
उन्होंने कहा, "हमें खुशी है कि दोनों पक्ष झड़प के बाद तुरंत पीछे हट गए. हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और भारत और चीन को सीमा विवाद पर चर्चा के लिए मौजूदा द्विपक्षीय चैनलों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करते हैं."
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में शुक्रवार को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प में दोनों तरफ के सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं. भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया. झड़प में घायल हुए चीनी सैनिकों की संख्या भारतीय सैनिकों की संख्या से ज्यादा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के जवानों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का उल्लंघन करने से चीनी सेना को बहादुरी से रोका.
रक्षा मंत्री ने मंगलवार को संसद में कहा, "मैं इस सदन को बताना चाहता हूँ, कि हमारा कोई भी सैनिक शहीद नहीं हुआ है, और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है. मैं सदन को यह भी विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर सकती है. हमारी सेना किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए तैयार है. मुझे पूरा भरोसा है कि सदन हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी और साहस का समर्थन करेगा."
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में यांग्त्से में भारतीय और चीनी सैनिक आमने-सामने हो गए थे. इस दौरान चीनी सैनिक, भारतीय सेना की इंफेंट्री रेजीमेंट्स की तीन यूनिट से भिड़ गए थे. चीनी सेना की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को बदलने की कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जम्मू और कश्मीर राइफल्स, जाट रेजिमेंट और सिख लाइट इन्फैंट्री की तीन अलग-अलग बटालियनों के सैनिक पिछले हफ्ते हुई झड़प की जगह मौजूद थे. जहां चीनी सैनिकों ने क्षेत्र में यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की थी.