कंधे से लॉन्च, 2 KM दूर टैंक करेगा तबाह... अमेरिका ने भारत को जेवलिन मिसाइल बेचने को मंजूरी दी, कीमत जानें

जेवलिन FGM-148 अमेरिका का एक ऐसा 'दागो और भूल जाओ' एंटी-टैंक मिसाइल है जो मानव पोर्टेबल है.

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  • अमेरिका ने भारत को जेवलिन मिसाइल सिस्टम और संबंधित उपकरणों की बिक्री को मंजूरी दी है
  • इस पैकेज में सौ जेवलिन राउंड, एक फ्लाइ टू बाई मिसाइल और पच्चीस कमांड लॉन्च यूनिट्स शामिल हैं
  • जेवलिन FGM-148 एक मानव पोर्टेबल एंटी-टैंक मिसाइल है जो लॉन्च के तुरंत बाद सैनिक को कवर लेने का मौका देती है
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अमेरिका ने भारत को जेवलिन मिसाइल सिस्टम, एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल और उनसे जुड़े उपकरणों की संभावित बिक्री को मंजूरी दे दी है. बुधवार, 19 नवंबर को प्रकाशित दो बयानों में अमेरिका की रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (DSCA) ने कहा कि उसने कांग्रेस को सूचित करते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण (सर्टिफिकेशन) दे दिया है. DSCA ने कहा कि यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारत रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी. साथ ही यह अमेरिका की विदेश नीति और उसके राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन भी करेगी.

2 पैकेज में क्या शामिल है?

भारत को 45.7 मिलियन डॉलर मूल्य का जो पहला पैकेज दिया जा रहा है, उसमें 100 FGM-148 जेवलिन राउंड; एक जेवलिन FMG-148 मिसाइल, फ्लाइ टू बाई; और 25 जेवलिन लाइटवेट कमांड लॉन्च यूनिट्स (LwCLU) या जेवलिन ब्लॉक 1 कमांड लॉन्च यूनिट्स (CLU) शामिल हैं.

पैकेज में गैर-प्रमुख रक्षा उपकरण भी शामिल हैं- जेवलिन LwCLU ऑर CLU बेसिक स्किल्स ट्रेनर्स; मिसाइल सिमुलेशन राउंड; बैटरी कूलेंट यूनिट; इंटरैक्टिव इलेक्ट्रॉनिक तकनीकी मैनुअल; जेवलिन ऑपरेटर मैनुअल; लाइफ साइकिल सपोर्ट, इत्यादी.

इस बीच, दूसरा बिक्री पैकेज में $47.1 मिलियन की अनुमानित लागत पर एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल और संबंधित उपकरणों की संभावित बिक्री को मंजूरी दी गई है.एक अलग बयान में, डीएससीए ने कहा कि भारत ने 216 एम982ए1 एक्सकैलिबर सामरिक प्रोजेक्टाइल खरीदने का अनुरोध किया था.

जेवलिन FMG-148 पर खास क्यों है?

जेवलिन FGM-148 अमेरिका का एक ऐसा दागो और भूल जाओ एंटी-टैंक मिसाइल है जो मानव पोर्टेबल है. यानी इसे कंधे पर रखकर ही लॉन्च कर सकते हैं. यह 1996 से सेवा में है और इसे अमेरिकी सेना में M47 ड्रैगन एंटी टैंक मिसाइल की जगह लेने के लिए लाया गया था.

OE डेटा इंटीग्रेशन नेटवर्क (ODIN) के अनुसार, जेवलिन FGM-148 ऑटोमेटिक इन्फ्रारेड गाइडेंस का उपयोग करता है जो सैनिक को लॉन्च के तुरंत बाद कवर लेने की अनुमति देता है. इसे इसे ड्रैगन जैसे वायर-गाइडेड सिस्टम के खास बनाता है क्योंकि उसमें सैनिक को लॉन्च के बाद भी सक्रिय रूप से हथियार का मार्गदर्शन करने की आवश्यकता होती है. 

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सिस्टम बख्तरबंद वाहनों के खिलाफ मारक साबित होता है. लेकिन साथ ही यह इमारतों के खिलाफ उपयोग के लिए एक सीधा-हमला मोड भी ले सकता है. FGM-148 टॉप-अटैक मोड में 500 फीट की अधिकतम ऊंचाई और डायरेक्ट-फायर मोड में 190 फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है. अगर दूरी की बात करें तो यह लगभग 2 किमी दूर टैंक को उड़ा सकता है.

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