साइमन अरोड़ा (Simon Arora) ने दो दशकों की मेहनत से एक नुकसान में जा रही रीटेल चेन को यूरोप की अहम डिस्काउंट देने वाली कंपनी बना दिया. इससे मैकेंजी के पूर्व एनलिस्ट और उनका परिवार ब्रिटेन के सबसे अमीरों में शामिल हो गया. लेकिन उन्हें अमीर बनाने वाली कंपनी B&M यूरोपियन वैल्यू रीटेल एसए (B&M European Value Retail SA) अब चुनौतियों का सामना कर रही है. ब्रिटेन में इन दिनों कॉस्ट ऑफ लिविंग का क्राइसिस है और पाउंड तेजी से जूब रहा है. ब्लूमबर्ग के अनुसार इस साल B&M कंपनी के शेयर 50 प्रतिशत से अधिक डूबे. मिस्टर अरोड़ा अभी अप्रेल में ही कंपनी के सीईओ के पद से रिटायर होने का संकेत दे चुके थे लेकिन वो अब अगले 12 महीनों तक कंपनी में इसी पद पर बने रहेंगे.
फिलहाल 52 साल के अरोड़ा और उनके भाई बॉबी और उनका परिवार अपने व्यापार को डाइवर्सिफाई करने के कारण कम चोट झेल रहा है. उन्होंने
जनवरी में ही मिस्टर अरोड़ा और उनके परिवार से बीएंडएम के स्टॉक बेचकर 234 मिलियन पाउंड से लक्ज़मबर्ग की एक कंपनी में लगाए थे. उन्होंने पिछले दशक में करीब 2 बिलियन पाउंड के शेयर बेचे हैं. इसमें 2014 में लंदन शेयर बाजार में बीएंडएम की लिस्टिंग भी शामिल है.
ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के अनुसार, मिस्टर अरोड़ा के दो भाई, 50 साल के बॉबी और 37 साल के रॉबिन की कुल मिला कर $2.7 बिलियन की संपत्ति है. इसमें से अब केवल 9 प्रतिशत ही बीएंडएम के शेयरों से बंधी है.
इक्विटी एनलिस्ट टोनी शीरेट कहते हैं, "साइमन अरोड़ा एक समझदार व्यक्ति हैं और वो बड़े मार्केट का फायदा उठाते हैं. उनका बीएंडएम से बाहर निकलना और अपने शेयर कम करना यह दिखाता है हम उस खिड़की के अंत की ओर पहुंच रहे हैं.
कोरोना महामारी के बाद B&M ब्रिटेन के FTSE 100 Index में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली कंपनी बन गई है. अरोड़ा अपनी संपत्ति को डाइवर्सिफाई करके उन संपत्ति को बचा रहे हैं जो उन्होंने ब्रिटेन और फ्रांस में सस्ते दामों में घर का सामान बेचने वाले 700 स्टोर से कमाई थी.