Ukraine War: US और China की सात घंटे चली चर्चा में Russia को लेकर हुई ये बात

अमेरिकी (US) राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस (White House) ने बताया कि क्वाड (QUAD) शिखर सम्मेलन के दो हफ्ते बाद और मौजूदा यूक्रेनी संकट (Ukraine) के बीच दोनों अधिकारियों के बीच यह मुलाकात हुई है.

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रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के युद्ध (War) के बीच चीन (China) की भूमिका पर अमेरिका (US) की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन (Jake Sullivan)  ने इटली की राजधानी रोम में चीन के अपने समकक्ष यांग जिएची (Yang Jiechi) के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंध तथा यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस (White House) ने बताया कि क्वाड (QUAD) शिखर सम्मेलन के दो हफ्ते बाद और मौजूदा यूक्रेनी संकट के बीच दोनों अधिकारियों के बीच यह मुलाकात हुई है.

प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘मौजूदा परिस्थिति में, रूस की ओर चीन के झुकाव को लेकर हम बेहद चिंतित हैं." साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने उन चिंताओं तथा कुछ कदमों के संभावित प्रभावों एवं परिणामों के बारे में प्रत्यक्ष रूप से बातचीत की.

यह पूर्व निर्धारित बैठक रोम में सात घंटे तक चली. अधिकारी ने बताया कि बैठक में कई मुद्दों पर गहन चर्चा हुई.

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान सुलिवन ने यांग जिएची को अमेरिका और उसके सहयोगियों तथा भागीदारों की एकता, खासकर अपने यूरोपीय तथा नाटो (NATO) सहयोगियों के साथ अभूतपूर्व समन्वय और रूस के खिलाफ कार्रवाई के लिए एशिया प्रशांत सहयोगियों के योगदान के बारे में जानकारी दी.

अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्होंने रूस और यूक्रेन के मसले पर व्यापक बातचीत की और इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने उन्हें बताया कि हम अभी कहां हैं, हम यहां तक कैसे पहुंचे,और हम आगे क्या खतरे देख रहे हैं.''

उन्होंने बताया कि दोनों अधिकारियों ने संकट और रणनीतिक जोखिमों से निपटने के तरीकों पर भी चर्चा की.

इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) ने पिछले साल नवंबर में दोनों देशों के बीच प्रतिस्पर्धा को संतुलित करने को लेकर चर्चा की थी. 

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गौरतलब है कि . ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा था कि मॉस्‍को (रूस)  की ओर से अपने सबसे मजबूत रणनीतिक पार्टनर से उपकरणों की मदद मांगी गई है. हालांकि रूस ने साफ तौर पर कहा है कि यूक्रेन के मुद्दे पर उसने कभी चीन से सैन्य मदद नहीं मांगी है.

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