यूक्रेन में रूसी सेना के नए कमांडर ने स्वीकार किया है कि उन्हें दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों में यूक्रेनी पलटवार का दबाव झेलना पड़ रहा है. इन इलाकों को रूस ने कुछ हफ्ते पहले ही अपनी सीमा में मिलाने का दावा किया था. रूस यूक्रेन युद्ध को लगभग आठ महीने हो गए हैं और यह रूसी चिंता को जाहिर करने वाला एक और संकेत है. रॉयटर्स के अनुसार, खेरसॉन में रूसी सेना को पिछले कुछ हफ्तों में यूक्रेन ने 20-30 किमी पीछे धकेल दिया है और यह अब 2,200 किमी लंबी दनीप्रो नदी के पश्चिमी घाट पर फंस गई है. रूसी एयरफोर्स जनरल सर्गेई सुरोविकिन को इस महीने ही यूक्रेन के अभियान का प्रमुख बनाया गया है.
उन्होंने रूसी चैनल रोसिया 24 टीवी न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा, 'विशेष सैन्य अभियान वाले इलाके' में हालात तनावपूर्ण कहे जा सकते हैं. इस इलाके में स्थिति मुश्किल है. दुश्मन जानबूझ कर खेरसॉन में इंफ्रास्ट्रक्चर और रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है."
रूस और यूक्रेन, दोनों ही पक्ष नागरिकों को निशाना बनाने से इंकार करते हैं, हालांकि कीव ने रूसी सेना पर युद्ध-अपराध का आरोप लगाया है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले का आदेश दिया जिसे वो "विशेष सैन्य अभियान" कहते हैं. रूस का कहना है कि उसने अपनी सीमा और यूक्रेन में मौजूद रूसी भाषियों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया. यूक्रेन और उसके साथी देश रूस पर आरोप लगाते हैं कि उसने बिना उकसावे के युद्ध शुरू किया जो पश्चिम-समर्थक देश यूक्रेन की सीमा हथियाने के लिए था.