रूसी हमले के कारण यूक्रेन में हालात विकट हो गए हैं. आम नागरिक भूख-प्यास से बेहाल है. यूक्रेन के कई शहरों को रूसी सैनिकों ने घेर रखा है. यूक्रेन के मारियुपोल शहर में घर के मलबे के नीचे दबी 6 साल की बच्ची की डिहाइड्रेशन की वजह से मौत हो गई. मारियुपोल सिटी काउंसिल ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
मारियुपोल को रूसी सैनिकों ने घेर रखा है. नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए सीज़फ़ायर का वादा करने के बावजूद शहर में बमबारी की गई.
इस बात का पता नहीं चल सका है कि 6 साल की बच्ची तान्या की मौत से पहले वह कितने समय से अपने घर के मलबे के बीच दबी हुई थी. हालांकि, उसकी मां घटनास्थल पर मृत पाई गई.
मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने टेलीग्राम चैनल पर कहा, "अपने जीवन के अंतिम क्षणों में वह (बच्ची) अकेली, थकी, डरी और प्यासी थी. मारियुपोल की कई कहानियों में से यह सिर्फ एक है, जो आठ दिनों की नाकेबंदी के बीच अब तक जीवित थी."
मारियुपोल के लोगों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं. बिजली, पानी और गैस की सप्लाई काट दी गई है. संचार के साधन बाधित हैं और खाना एवं दवाइयां पहुंचाने की सभी कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बच्ची की मौत का उल्लेख करते हुए एक वीडियो मैसेज जारी किया, जिसमें यूक्रेन के सहयोगी पश्चिमी देशों से रूस के हमले का जवाब देने के लिए कीव और ज्यादा मदद करने की गुहार लगाई गई है.
उन्होंने ऐलान किया, "मारियुपोल को घेर लिया गया है. रास्तों को बंद कर दिया गया और प्रताड़ित किया जा रहा है."
जेलेंस्की ने कहा, "दर्जनों सालों में पहली बार, शायद नाजी हमले के बाद पहली बार, डिहाइड्रेशन से एक बच्चे की मृत्यु हुई. प्रिय साथियों, मेरी बात सुनिए! 2022 में एक बच्ची की मौत डिहाइड्रेशन से हो गई!"