"विश्वास नहीं हो रहा... " , ब्रिटेन की महिला ने 22 दिन के अंतर पर दिया जुड़वा बच्चों को जन्म

डॉक्टरों ने कहा कि महिला के पहले बच्चे की मृत्यु नाल (placenta) में खून का थक्का जमने के कारण हुई, इसके बावजूद कायली को उम्मीद थी कि दूसरा बच्चा स्वस्थ पैदा होगा.

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22 दिन के गैप पर महिला ने दिया स्वस्थ जुड़वां बच्चे को जन्म, पहले बच्चे की हुई थी मौत

जुड़वां बच्चों को लेकर अक्सर कई कहानियां सामने आती है. अब एक नया मामला सामने आया है, जिसमें बच्चों के बीच 22 दिन का अंतर है. ब्रिटेन (UK Woman) में एक महिला ने अति दुर्लभ मामले में अलग-अलग अस्पतालों में 22 दिन के गैप में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक- 22 साल की कायले डॉयल (Kayleigh Doyle) अक्टूबर 2020 में जुड़वां बच्चों के साथ गर्भवती हुई थीं. मार्च 2021 में प्रसव पीड़ा महसूस होने तक उन्हें पता भी नहीं था कि बच्चों के जन्म में कोई समस्या है. उनकी नॉर्मल डिलीवरी हुई, लेकिन अरलो मृत पैदा हुआ. डॉक्टरों ने उन्हें ये चेतावनी भी दी थी कि दूसरा बच्चा भी जीवित नहीं रह पाएगा. अरलो 20 मार्च 2021 को पैदा हुआ. वह जन्म के लिए जरूरी समय से 17 सप्ताह पहले हो गया था. 

डॉयल ने पोस्ट को बताया कि मुझे जुड़वां बच्चे होने के साथ आने वाले जोखिमों के बारे में पता था. मैंने प्राइवेट डॉक्टर से भी अपॉइंमेंट के लिए भुगतान किया था, क्योंकि मैं इस डिलीवरी में आने वाले कॉम्प्लिकेशंस को लेकर बहुत चिंतित थी.

उन्होंने बताया कि जैसे ही मैंने साढ़े 22वें सप्ताह में एंट्री की, मैं बिस्तर पर थी, मुझे अपने जीवन का सबसे बुरा दर्द हो रहा था. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मेरे साथ क्या हो रहा है, इसके बाद आनन फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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डॉक्टरों ने कहा कि महिला के पहले बच्चे की मृत्यु नाल (placenta) में खून का थक्का जमने के कारण हुई, इसके बावजूद कायली को उम्मीद थी कि दूसरा बच्चा स्वस्थ पैदा होगा.

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घटना को याद करते हुए डॉयल ने बताया कि वह एक सामान्य बच्चे की तरह दिख रहा था. डॉक्टर ने बच्चे के जन्म के बाद मुझे बताया कि आपके जुड़वां बच्चों के जीवित रहने की उम्मीद नहीं है. और वह भी शायद अगले कुछ ही घंटों में पैदा हो सकता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और उन्हें प्रसव पीड़ा का दर्द बंद हो गया. डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया.

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अविश्वसनीय रूप से 22 दिन बाद महिला का सी-सेक्शन के माध्यम से प्रसव कराया गया और सभी बाधाओं के बावजूद बच्चे की जान बचाई गई. डॉक्टर इस अंतर से चकित थे और डॉयल को भी अब तक "कोई अन्य महिला" नहीं मिली थी, जिसके बच्चों के बीच इतने दिनों का अंतर हो. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि कि बच्चा इतने लंबे समय तक संघर्ष करके स्वस्थ रहा.

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