ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन ने Lockdown में पार्टी करने के लिए संसद में माफी मांगी

UK PARTYGATE:  ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) पर सोमवार को एक बार फिर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने कोरोना लॉकडाउन (Corona Lockdown) के दौरान नियमों का उल्लंघन किया था और कई पार्टियों में भाग लिया. 

विज्ञापन
Read Time: 26 mins
ब्रिटेन के PM Boris Johnson कोरोना काल में पार्टी की वजह से संकट में फंसे

ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (PM Boris Johnson) ने मंगलवार को संसद (Parliament) में माफी मांगी. कोरोना के लॉकडाउन के नियमों (Covid19 Lockdown Rules) को तोड़ने के मामले में फाइन (Fine) भरने के बाद उन्होंने पहली बार संसद में सांसदों का सामना किया. इस दौरान उन्हें विपक्षी नेताओं के कड़े रोष का सामना करना पड़ा, जो लगातार उनसे इस्तीफा देने की मांग कर रहे थे. 

अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "यह मेरी गलती थी और मैं इसके लिए बिना शर्त माफी मांगता हूं. ब्रिटिश जनता को अपने प्रधानमंत्री से बेहतर उम्मीद करने का अधिकार है. उन्होंने जोर देकर कहा कि वह रूस के "बर्बर" आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन की रक्षा करने सहित काम पर रहेंगे."

दरअसल, जून 2020 में बोरिस जॉनसन एक पार्टी में शामिल हुए थे जो उनके अपने जन्मदिन के सम्मान में आयोजित की गई थी, जब अलग-अलग घरों के लोगों को बंद कमरों में मिलने की इजाज़त नहीं थी. कोविड के नियमों का उल्लंघन करने पर बोरिस जॉनसन पर पिछले हफ्ते ही पुलिस ने जुर्माना लगाया था.

इसके बाद से विपक्षी दल लगातार बोरिस जॉनसन से इस्तीफे की मांग कर रहे थे और उन पर संसद को गुमराह करने का आरोप लगया जा रहा था. पिछले साल बोरिस ने कहा था कि महामारी के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट पर सभी नियमों का पालन हुआ. डाउनिंग स्ट्रीट प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास और कार्यालय है. 

ब्रिटेन के नॉर्दन आयरलैंड मिनिस्टर ब्रैंडन लूइस ने स्काई न्यूज़ से कहा, "जब उन्होंने संसद से बात की तब वह वही बोल रहे थे जो उन्हें विश्वास था कि सच है. उन्हें भरोसा नहीं हुआ कि उन्होंने कुछ गलत किया है लेकिन वो विश्वास करते हैं कि पुलिस ने इसे देखा होगा और उनका अलग मत है."

 ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर सोमवार को एक बार फिर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने कोरोना लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन किया था और कई पार्टियों में भाग लिया. 

महामारी पर काबू के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान लोगों के एकत्र होने पर रोक थी.

जॉनसन बृहस्पतिवार को भारत की यात्रा पर रवाना होने वाले हैं और उन्हें उम्मीद होगी कि यात्रा शुरू होने से पहले उन्हें ऐसे आरोपों से कुछ राहत मिलेगी.

Advertisement

जॉनसन पर पहले ही ऐसी एक पार्टी के आयोजन को लेकर जुर्माना लगाया जा चुका है. जून 2020 में उनके जन्मदिन पर उनकी पत्नी कैरी कैबिनेट रूम में केक लाई थीं. ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक पर ऐसी पार्टी को लेकर जुर्माना लगाया गया है.

ब्रिटेन के मीडिया के मुताबिक, पुलिस लॉकडाउन के दौरान आयोजित 12 पार्टियों की जांच कर रही है और समझा जाता है कि जॉनसन उन 12 लॉकडाउन पार्टियों में से लगभग छह से कथित तौर पर जुड़े हैं.

Advertisement

'द संडे टाइम्स' ने एक सूत्र के हवाले से खबर दी है कि नवंबर 2020 में 10 डाउनिंग स्ट्रीट के निवर्तमान संचार निदेशक ली कैन के लिए एक पार्टी आयोजित करने में कथित तौर पर जॉनसन की भूमिका थी.

नए आरोपों के बाद विपक्ष ने 57 वर्षीय जॉनसन से पद छोड़ने की मांग तेज कर दी है. लेबर पार्टी की उप नेता एंजेला रेनर ने कहा, 'अगर नई रिपोर्ट सही हैं, तो इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री ने न केवल ऐसी पार्टियों में भाग लिया, बल्कि उनमें से कम से कम एक को आयोजित करने में अहम भूमिका भी निभाई.''

रेनर ने जॉनसन पर ब्रिटिश लोगों को जानबूझकर गुमराह करने का आरोप लगाया.

विपक्ष द्वारा निशाना साधे जाने के बीच डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर तब तक कोई टिप्पणी नहीं करेगा जब तक कि स्कॉटलैंड यार्ड (पुलिस) की जांच पूरी नहीं हो जाती। इस बीच जॉनसन को उम्मीद होगी कि ईस्टर की छुट्टी के बाद जब मंगलवार को संसद की बैठक शुरू होगी तो लोगों का ध्यान इस मुद्दे से हट कर अन्य मामलों पर चला जाएगा.

Advertisement

उन्हें उम्मीद है कि संसद का जोर यूक्रेन में संघर्ष और उनकी दो दिवसीय भारत यात्रा सहित विभिन्न मुद्दों पर होगा.

जॉनसन ने अपनी भारत यात्रा से पहले कहा, ‘‘ निरंकुश राज्यों से हमारी शांति और समृद्धि को खतरा है, ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि लोकतंत्र और मित्र एक साथ रहें। एक प्रमुख आर्थिक शक्ति और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत इस अनिश्चित समय में ब्रिटेन के लिए एक अत्यधिक मूल्यवान रणनीतिक भागीदार है.”

Advertisement

उन्होंने कहा कि उनकी भारत यात्रा उन मुद्दों पर केंद्रित रहेगी जो दोनों देशों के लोगों के लिए वास्तव में मायने रखते हैं - रोजगार सृजन और आर्थिक विकास से लेकर ऊर्जा सुरक्षा और रक्षा तक.

ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में जॉनसन की पहली यात्रा बृहस्पतिवार को अहमदाबाद में ब्रिटेन और भारत दोनों देशों में प्रमुख उद्योगों में निवेश की घोषणाओं के साथ शुरू होगी. इसके बाद वह शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए नई दिल्ली जाएंगे.

दोनों पक्षों के अधिकारियों के अनुसार, जॉनसन इस साल की शुरुआत में शुरू हुई मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में प्रगति के संबंध में भी इस यात्रा के दौरान चर्चा करेंगे.

Featured Video Of The Day
Iran Hijab Protest: ईरान में महिलाएं अगर Dress Code का कानून तोड़ें तो क्यों बरसाए जाते हैं कोड़े?