ब्रिटेन (UK) के वित्त मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने जून 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन (Covid19 Lockdown) का उल्लंघन करने के लिए माफी मांगी है और नियम तोड़ने को लेकर अपने ऊपर लगाया गया जुर्माना भी भरा है. उल्लेखनीय है कि उस वक्त वह प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (PM Boris Johnson) के लिए डाउनिंग स्ट्रीट में एक जन्म दिन पार्टी (B'day Party) में शरीक हुए थे. भारतीय मूल के मंत्री ने मंगलवार शाम जारी एक बयान में माफी मांगी. इससे पहले, जॉनसन ने भी माफी मांगी थी और इस बात की पुष्टि की थी कि उन्होंने भी जुर्माना भरा है.
तथाकथित पार्टी गेट कांड डाउनिंग स्ट्रीट पर और व्हाइट हॉल में ब्रिटिश सरकार के अन्य कार्यालयों में हुआ था. ये कार्यक्रम कोविड-19 महामारी के चलते 2020-21 के दौरान लगाये लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए आयोजित किये गये थे, जो ऑपरेशन हिलमैन के तहत पुलिस जांच के दायरे में है.
सुनक (41) ने अपने एक बयान में कहा, ‘‘मैं यह पुष्टि कर सकता हूं कि मैंने 19 जून को डाउनिंग स्ट्रीट पर हुए एक कार्यक्रम के सिलसिले में मेट्रोपोलिटन पुलिस से एक निर्धारित जुर्माना नोटिस प्राप्त किया है.''
ऋषि सुनक ने मांगी माफी
मंत्री ने कहा, ‘‘मैं माफी मांगता हूं.'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि सार्वजनिक पदों पर आसीन लोगों के लिए नियमों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए ताकि जन विश्वास कायम रहे. मैं इस सिलसिले में लिये गये फैसले का सम्मान करता हूं और जुर्माना अदा कर दिया है.''
उल्लेखनीय है कि हाल में उन्हें अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के कथित अनुचित कर बचत को लेकर लगाये गये आरोपों का सामना करना पड़ा था.
मूर्ति, सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के सह संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं.
सुनक ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की तरह, मैं इस चुनौतीपूर्ण समय में ब्रिटेन के लोगों के लिए काम करने पर ध्यान केंद्रित रखना चाहता हूं. '' इससे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री (UK PM) बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने कोविड-19 लॉकडाउन (Covid19 Lockdown) के उल्लंघन के लिये स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा लगाए गए जुर्माने का मंगलवार को भुगतान किया और इस मामले में ''पूर्ण रूप से माफी'' मांगी.
यह मामला कोविड-19 पाबंदियों का उल्लंघन कर ‘डाउनिंग स्ट्रीट' में पार्टियां आयोजित किये जाने से जुड़ा है. जॉनसन ने बकिंघमशायर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने जुर्माने का भुगतान कर दिया है और मैं एक बार फिर पूर्ण रूप से माफी मांगता हूं.''
बोरिस जॉन्सन की बीवी को भी मिलेगा नोटिस
बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी जॉनसन भी इस तरह के नोटिस की सूचना पाने वालों में शामिल हैं.
उनकी प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पारदर्शी व्यवस्था के हित में, श्रीमती जॉनसन पुष्टि करती हैं कि उन्हें सूचित किया गया है कि उन्हें एफपीएन प्राप्त होगा. उन्हें अभी तक एफपीएन की प्रकृति के बारे में कोई और विवरण नहीं मिला है.''
कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन का उल्लंघन करके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के कार्यालय ‘डाउनिंग स्ट्रीट' और सरकार के कार्यालयों के भीतर आयोजित की गई पार्टियों के मामले को ''पार्टीगेट'' के तौर पर जाना जाता है। इस मामले में व्यापक आलोचना के कारण प्रधानमंत्री जॉनसन को संसद में माफी मांगनी पड़ी थी.
विपक्षी दल लेबर पार्टी ने महामारी के दौरान सरकार द्वारा लगाए गए कानूनी नियमों के उल्लंघन पर जॉनसन और सुनक दोनों के इस्तीफे की मांग की.
"कानून तोड़ा, जनता से बोला झूठ"
लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा, ‘‘बोरिस जॉनसन और ऋषि सुनक ने कानून तोड़ा है और बार-बार ब्रिटिश जनता से झूठ बोला है. उन दोनों को इस्तीफा देना होगा.''
स्कॉटलैंड यार्ड ने मंगलवार को कहा कि 50 से अधिक उन लोगों को जुर्माने के लिए नोटिस जारी किया जायेगा जिन्होंने प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यालय/आवास ‘डाउनिंग स्ट्रीट' और लंदन के व्हाइटहॉल में सरकारी कार्यालयों में कोविड लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करते हुए पार्टियों का आयोजन किया था या उनमें शामिल हुए थे.
पिछले महीने स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने इस बात की पुष्टि की थी कि वह 'पार्टीगेट' मामले में 20 लोगों पर जुर्माना लगाएगी. अब इसमें 30 और लोग जुड़ गये है.
कोविड नियम तोड़ने पर जारी किए गए नोटिस
पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘मंगलवार, 12 अप्रैल 2022 तक हमने कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के लिए एसीआरओ आपराधिक रिकॉर्ड कार्यालय को ‘फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस' (एफपीएन) के लिए 50 से अधिक लोगों के नाम दिये हैं.''
बयान में कहा गया है, ‘‘हम इस जांच को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.''
पुलिस 12 मामलों की जांच कर रही है जिसमें 2020-21 में लागू लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन हुआ होगा. ऐसा माना जाता है कि इन पार्टियों में प्रधानमंत्री जॉनसन भी शामिल हुए. इसमें से एक पार्टी जून 2020 में डाउनिंग स्ट्रीट के कैबिनेट रूम में जॉनसन के जन्मदिन पर आयोजित किये जाने का आरोप है.
लंदन की पुलिस ने इस मामले में प्रधानमंत्री समेत 100 से अधिक लोगों को सवालों की सूची भेजी थी. पुलिस ने जांच के तहत गवाहों के बयान भी दर्ज किए थे.