ब्रिटेन (UK) में लंबी राजनैतिक उठा-पटक के बाद आज नया प्रधानमंत्री (New PM) मिलने जा रहा है. विवादों में घिरने के बाद बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद कंजर्वेटिव पार्टी के नए नेता की दौड़ में ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और लिज ट्रस (Liz Truss) आखिरी चरण में पहुंचे थे. आखिरी चरण में पार्टी के सदस्यों के मतदान के बाद भारतीय मूल के ऋषि सुनक अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नज़र नहीं आ रहे हैं.
चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले बीबीसी को दिये अपने साक्षात्कार में, ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि विदेश मंत्री लिज़ ट्रस से हारने पर उनकी योजना संसद सदस्य बने रहने की है. सुनक से जब उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर वह कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में हार जाते हैं तो वो ब्रिटेन की अगली सरकार को सहयोग करेंगे. ऋषि सुनक ने कहा, ‘‘मैं कंजर्वेटिव सरकार का हर तरह से सहयोग करूंगा.''
यह पूछे जाने पर कि हारने की स्थिति में क्या वह कुछ वर्ष बाद फिर से 10 डाउनिंग स्ट्रीट के शीर्ष पद के लिए मैदान में दूसरी बार उतरने पर विचार करेंगे, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘हमने अभी-अभी इस अभियान को समाप्त किया है और मुझे इससे उबरने की आवश्यकता होगी.''
उनके बयान को इस संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि 42 वर्षीय सुनक का भी मानना है कि उन्हें टोरी नेतृत्व का चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त वोट नहीं मिले होंगे.
यदि ब्रितानी मीडिया की इन अटकलों पर भरोसा किया जाए कि देश के प्रधानमंत्री एवं कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद के चुनाव में विदेश मंत्री लिज ट्रस ऋषि सुनक को हरा देंगी. बहरहाल, 42 वर्षीय पूर्व चांसलर के समर्थकों ने जोर देकर कहा है कि यदि ट्रस 10 डाउनिंग स्ट्रीट का कार्यभार संभालती हैं, तो सुनक के साथ ‘‘उचित व्यवहार'' किया जाना चाहिए.
अधिकतर सर्वेक्षण और मीडिया की खबरों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बोरिस जॉनसन का स्थान लेने के लिए हुए चुनाव के जब सोमवार को परिणाम आएंगे तो ट्रस विजयी होंगी. भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री सुनक (42) ने अपने अभियान को बढ़ती महंगाई, अवैध आव्रजन से निपटने, ब्रिटेन की सड़कों को सुरक्षित बनाने के वास्ते अपराध से मुकाबले और सरकार में विश्वास बहाल करने के लिए 10-सूत्री योजना पर केंद्रित रखा.