Ram Mandir: ब्रिटेन की संसद के सदस्य बॉब ब्लैकमैन ने राम मंदिर को लेकर ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्टिंग को ''पक्षपातपूर्ण'' बताया है. शुक्रवार को सांसद ने संसद में बात करते हुए कहा, ''पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश के अयोध्या में Ram Mandir Consecration हुआ था. यह विश्व के सभी हिंदुओं के लिए बेहद खुशी का मौका था क्योंकि अयोध्या प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि है.''
उन्होंने कहा, ''यह दुखद है कि बीबीसी ने अपनी कवरेज में बताया कि यह मस्जिद को ढहा कर बनाया गया. लेकिन उन्होंने इस तथ्य को भुला दिया कि ऐसा होने से पहले 2 हजार से अधिक वर्षों तक यहां एक मंदिर था. साथ ही मुसलमानों को शहर के करीब मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ की जगह भी दी गई है''. सांसद ने संसद के अन्य सदस्यों से "बीबीसी की निष्पक्षता के मुद्दे'' पर संसद में बहस करने के लिए कहा है."
ब्लैकमेन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ''राम मंदिर पर बीबीसी की पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग पर कई समूहों ने चिंता जताई है''. उन्होंने कहा, ''बीबीसी को दुनिया में हो रही चीजों के बारे में सही रिकॉर्ड देना चाहिए.''
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने रविवार को मन की बात के 109वें संस्करण में अयोध्या में बनें राम मंदिर के महत्व के बारे में बताया था और साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि किस तरह से नए राम मंदिर के निर्माण से देश में एकता बढ़ी है. अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने उल्लेख किया कि भगवान राम का शासन संविधान निर्माताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है. उन्होंने कहा, "साथियो, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अवसर देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांधता हुआ नजर आ रहा है. सबकी भावनाएं एक हैं, सबकी भक्ति एक है... राम सबकी वाणी में हैं, राम सबकी जुबान में हैं. राम सबके दिल में हैं."
पीएम मोदी ने कहा, ''इस दौरान देश के कई लोगों ने श्री राम के चरणों में समर्पित करते हुए राम भजन गाए. 22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने राम ज्योति जलाई और दिवाली मनाई. इस दौरान देश ने एकजुटता की शक्ति देखी गई, जो विकसित भारत के हमारे संकल्पों का प्रमुख आधार भी है.''
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