UK कोविड वेरिएंट 70 देशों में और दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन 31 देशों में पहुंचा: WHO

डब्ल्यूएचओ की तरफ से यह भी कहा गया है कि पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया वायरस का नया स्ट्रेन अब 31 देशों में पहुंच गया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
जिनेवा:

विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization) ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 ( Covid-19) का नया स्ट्रेन जिसके संक्रमण की दर काफी तेज है 1 दर्जन से अधिक देशों में फैल रहा है. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने अपने नवीनतम महामारी विज्ञान रिपोर्ट में कहा है कि अधिक संक्रामक कोवि़ड -19 का स्ट्रेन जो पहली बार ब्रिटेन में 25 जनवरी को पाया गया था अबतक दुनिया के 70 देशों में फैल गया है.रिपोर्ट में कहा गया है कि नया वेरिएंट जिसे  VOC 202012/01 के रूप में जाना जाता है. वायरस के पहले से मौजूद प्रकारों से अधिक तेजी से संक्रमित हुआ है. और पिछले एक सप्ताह में वो 10 नए देशों में भी पहुंच गया है.

डब्ल्यूएचओ की तरफ से यह भी कहा गया है कि पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया वायरस का नया स्ट्रेन अब 31 देशों में पहुंच गया है. पिछले एक सप्ताह में यह आठ नए देशों में भी पहुंचा है. इसे लेकर गंभीर चिंताएं जताई गयी है कि इस वैरिएंट में रीइन्फेक्शन का खतरा बढ़ गया है. और बाजार में आने वाले कोविड -19 टीकों की बढ़ती संख्या की प्रभावशीलता में भी यह बाधा उत्पन्न कर सकता है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यूएस बायोटेक्नोलॉजी फर्म मॉडर्ना द्वारा किए गए अध्ययनों से संकेत मिलता है कि वैक्सीन संभवतः वेरिएंट के मुकाबले कम प्रभावी हो सकती है, "टाइट्रेटिंग को निष्क्रिय करना सुरक्षात्मक होने की उम्मीद के स्तर से ऊपर रहा है."साथ ही डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वायरस का तीसरा संस्करण, जिसे पहले ब्राजील में खोजा गया था, अब आठ देशों में पहुंच गया है जो एक सप्ताह पहले केवल दो देशों में था.P1 नामक उस संस्करण ने भी चिंताएं बढ़ा दी है. ये भी अधिक संक्रामक हो सकती है या बीमारी के गंभीर संकट का कारण बन सकती है.डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इन नए वेरिएंट्स के परिणामस्वरूप संचारण क्षमता, गंभीरता या एंटीबॉडी न्यूट्रलाइज़िंग गतिविधि में बदलाव होने पर आगे के अध्ययन की आवश्यकता हो सकती है.

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