तुर्की में आया भूकंप यूरोपीय क्षेत्र में सदी की सबसे खराब प्राकृतिक आपदा: विश्व स्वास्थ्य संगठन

भूकंप के बाद तुर्की में 31974 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. सीरिया में 5800 लोग मारे गए हैं. मृतकों की कुल संख्या 37774 हो गई है. तुर्की के 8 प्रांत से लूटपाट के आरोप में 98 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से 42 लोग हताय प्रांत के हैं.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
भूकंप के बाद तुर्की में 31974 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
वॉशिंगटन:

तुर्की औरर सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप की तबाही जारी है. भूकंप से दोनों देशों में अब तक 37 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तुर्की में आए भूकंप को यूरोपीय क्षेत्र में सदी की सबसे खराब प्राकृतिक आपदा करार दिया है. तुर्की में 6 फरवरी को 7.8-तीव्रता के भूकंप के बाद कई बड़े आफ्टरशॉक महसूस किए गए. सीरिया में भी भूकंप से तबाही मची है.

यूरोप के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय निदेशक हंस क्लूज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम यूरोपीय क्षेत्र में एक सदी के लिए सबसे खराब प्राकृतिक आपदा देख रहे हैं. हम अभी भी इसकी भयावहता के बारे में सीख रहे हैं." विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोपीय क्षेत्र में तुर्की सहित 53 देश शामिल हैं. सीरिया WHO के पड़ोसी पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र का सदस्य है.

हंस क्लूज ने यह भी कहा कि डब्ल्यूएचओ ने यूरोपीय क्षेत्र के 75 साल के इतिहास में स्वास्थ्य निकाय ने "आपातकालीन चिकित्सा टीमों की सबसे बड़ी तैनाती" शुरू की थी. अब तक 22 इमरजेंसी मेडिकल टीम तुर्की पहुंच चुकी हैं."

भूकंप के बाद तुर्की में 31974 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. सीरिया में 5800 लोग मारे गए हैं. मृतकों की कुल संख्या 37774 हो गई है. तुर्की के 8 प्रांत से लूटपाट के आरोप में 98 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से 42 लोग हताय प्रांत के हैं. 

हंस क्लूज ने कहा, "दोनों देशों की जरूरतें बहुत बड़ी हैं. हर घंटे मदद की जरूरत बढ़ती जा रही हैं. दोनों देशों में करीब 2.6 करोड़ लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत है."

इस बीच सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद ने तुर्की के साथ लगी 2 और बॉर्डर क्रॉसिंग खोलने की घोषणा की है. इसके जरिए संयुक्त राष्ट्र (UN) भूकंप से जुड़ी राहत सामग्री सीरिया भेज पाएगा. अगले 3 महीने तक देशवासियों की मदद के लिए ये बॉर्डर खुले रहेंगे. 2011 में सीरिया में शुरू हुए गृह युद्ध के बाद पहली बार ये बॉर्डर खोले गए हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें:-

भूकंप की भविष्यवाणी कोई नहीं कर सकता, लेकिन पूर्वानुमान लगा सकते हैं

"क्या हम मरने जा रहे हैं?": तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद सहमी बच्ची का सवाल

Featured Video Of The Day
Waqf Amendment Bill पेश होने के बाद Parliament में Gaurav Gogoi-Kiren Rijiju की तगड़ी बहस |Lok Sabha