गाजा युद्ध के चलते तुर्की ने इजरायल के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों पर लगाई रोक

गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, ''गाजा पट्टी पर चल रहे इजरायली हमलों के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर हताहत और क्षति हुई है और संघर्ष शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनियों में मरने वालों की संख्या 34,000 से अधिक हो गई है.''

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
तुर्की ने पहले अप्रैल में 54 उत्पाद समूहों के निर्यात को प्रतिबंधित लगाया था.

तुर्की ने इजरायल के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है. तुर्की व्यापार मंत्रालय ने इसका जानकारी दी और कहा कि गाजा पट्टी पर चल रहे इजरायली हमलों के चलते ये फैसला लिया गया है. एक बयान में, मंत्रालय ने कहा कि अंकारा ने अप्रैल में  54 उत्पाद समूहों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था. इज़रायली सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय युद्धविराम प्रयासों को "अनदेखा" किया है.  मंत्रालय ने कहा, "यह देखा गया है कि इजरायली सरकार ने अपना आक्रामक व्यवहार जारी रखा है और फिलिस्तीन में मानवीय त्रासदी बदतर हो गई है."

बयान में कहा गया, "इस संबंध में राज्य स्तर पर उठाए गए कदमों का ये दूसरा चरण है, इजरायल के साथ सभी उत्पादों के लिए निर्यात और आयात लेनदेन को निलंबित कर दिया गया है. जब तक इजरायली सरकार गाजा को मानवीय सहायता के निर्बाध और पर्याप्त प्रवाह की अनुमति नहीं देती, तब तक तुर्की इन नए उपायों को सख्ती से और निर्णायक रूप से लागू करेगा".

7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा के माध्यम से हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला किया, जिसके दौरान लगभग 1,200 लोग मारे गए और 200 से अधिक को बंधक बना लिया गया.

गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, ''गाजा पट्टी पर चल रहे इजरायली हमलों के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर हताहत और क्षति हुई है और संघर्ष शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनियों में मरने वालों की संख्या 34,000 से अधिक हो गई है.''

ये भी पढ़ें- पाकिस्‍तान में छात्राओं पर प्रतिबंध... कॉलेज ने राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होने से रोका : रिपोर्ट

Video : Mumbai के Hospital में Mobile Torch से कराई Delivery, मां-बच्चे की मौत | City Centre

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Uttar Pradesh Economy 2025: गुजरात से आगे कैसे निकल गयी यूपी? | Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article