'भारत 100% टैरिफ लगा रहा था, इसलिए...', आखिर ट्रंप ने जाहिर कर दी बौखलाहट की वजह

भारत को लेकर ट्रंप की नाराजगी नई नहीं है. वह पहले भी कई बार भारतीय टैरिफ, खासकर हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल पर लगने वाले शुल्क को 'अन्यायपूर्ण' बता चुके हैं.

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  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर उच्च टैरिफ लगाने की एक बार फिर आलोचना की है और इसे आर्थिक नुकसान बताया.
  • ट्रंप ने कहा कि भारत दशकों से अमेरिका के आयात पर 100% तक टैरिफ लगा कर अनुचित लाभ उठाता रहा है.
  • ट्रंप का आरोप है कि भारत के टैरिफ नीति के कारण अमेरिकी सामान भारतीय बाजार में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ के मुद्दे पर एक बार फिर भारत पर खीझ निकाली है. उन्‍होंने टैरिफ को लेकर भारत को ही कठघरे में खड़ा करना चाहा है. व्हाइट हाउस में एक रेडियो शो में और फिर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'चीन, भारत और ब्राजील हमें टैरिफ से मार रहे हैं. अगर हमें कोर्ट से राहत नहीं मिली तो यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए आपदा साबित होगी.' भारतीय समयानुसार, मंगलवार आधी रात करीब 12 बजे द स्कॉट जेनिंग्स रेडियो शो में एक इंटरव्‍यू के दौरान ट्रंप ने ये बातें कहीं.

ट्रंप का आरोप- भारत गलत फायदा उठा रहा

ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत अब तक द्विपक्षीय व्यापार संबंधों से अनुचित लाभ उठा रहा है. पत्रकारों के यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत के खिलाफ लगाए गए हाई टैरिफ पर पुनर्विचार कर रहे हैं, ट्रंप ने कहा कि उनका यह निर्णय भारत की प्रतिक्रिया में आया. उन्‍होंने कहा, भारत दशकों से अमेरिकी आयात पर 100% तक हाई टैरिफ लगाता आ रहा है.

भारत के साथ हमारे रिश्ते बहुत अच्छे हैं... लेकिन कई सालों तक यह एकतरफा रिश्ता रहा. भारत हमसे बहुत ज्‍यादा टैरिफ वसूल रहा था, जो दुनिया में सबसे ज़्यादा था. इसलिए, हम भारत के साथ ज्यादा व्यापार नहीं कर रहे थे, लेकिन भारत हमारे साथ ज्यादा व्यापार कर रहा था, क्योंकि हम (मूर्खतापूर्ण रूप से) उनसे टैरिफ नहीं ले रहे थे.

डोनाल्‍ड ट्रंप

राष्‍ट्रपति, अमेरिका

ट्रंप ने आगे कहा, 'इससे भारत अपना सारा माल अमेरिका को निर्यात कर सकता था, जबकि अमेरिकी सामान भारतीय बाजार में नहीं आ पा रहा था. वे हमसे 100% टैरिफ वसूल रहे थे. उन्‍होंने एक बार फिर हार्ले-डेविडसन का उदाहरण दिया.

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ट्रंप भारत के खिलाफ टैरिफ युद्ध को आगे बढ़ाते हैं तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों पर असर पड़ सकता है. अमेरिका भारत के लिए बड़ा निर्यात बाजार है, वहीं भारत अमेरिकी कंपनियों के लिए निवेश का अहम ठिकाना. ऐसे में आने वाले समय में यह टकराव व्यापार से आगे बढ़कर रणनीतिक रिश्तों पर भी असर डाल सकता है.

भारत पर पहले भी निकाल चुके हैं गुस्‍सा

भारत को लेकर ट्रंप की नाराजगी नई नहीं है. वह पहले भी कई बार भारतीय टैरिफ, खासकर हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल पर लगने वाले शुल्क को 'अन्यायपूर्ण' बता चुके हैं. इस बार भी उन्होंने इसी मुद्दे को उठाया और कहा कि अमेरिकी कंपनियों के लिए भारत जैसे बाजारों में मुकाबला करना मुश्किल हो जाता है. वहां मोटरसाइकिल पर 200% टैरिफ था. तो क्या हुआ? हार्ले डेविडसन भारत गई और वहां एक मोटरसाइकिल प्लांट बनाया, और अब उन्हें टैरिफ नहीं देना पड़ता, यह हमारे जैसा ही है.'

सुप्रीम कोर्ट में हारे ट्रंप तो वापस लेना पड़ेगा टैरिफ!

हाल ही में अमेरिकी अपील्स कोर्ट ने ट्रंप प्रशासन के टैरिफ को गैरकानूनी बताया था. इसके बाद ट्रंप ने ऐलान किया कि वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और 'तुरंत सुनवाई' (expedited ruling) की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर अपील हार गए तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा और हमें टैरिफ वापस करने पड़ सकते हैं.

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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन को पहले से अंदेशा था कि कोर्ट का फैसला उनके खिलाफ आ सकता है. इस वजह से प्रशासन ने प्लान B पर काम शुरू कर दिया है. हालांकि ट्रंप का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट में उनकी जीत जरूरी है, क्योंकि स्टॉक मार्केट को भी टैरिफ चाहिए और इसकी अनिश्चितता से ही बाजार गिरता है.

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