- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रविवार को मिडिल ईस्ट की यात्रा पर इजरायल और मिस्र जाएंगे.
- हमास सोमवार से इजरायली बंधकों को रिहा करना शुरू करेगा, जो युद्धविराम समझौते का अहम हिस्सा है.
- हमास ने मिस्र में होने वाले शांति समझौते में शामिल न होने का फैसला किया है और दूरी बनाए रखेगा.
एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार को ऐलान कर रहे हैं कि हमास सोमवार से इजरायली बंधकों को रिहा करना शुरू कर देगा तो दूसरी ओर हमास ने फैसला किया है कि वह सोमवार को होने वाले कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखेगा. इन सबके बीच ही ट्रंप रविवार को मिडिल ईस्ट की यात्रा पर जा रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति रविवार को मिडिल ईस्ट के दौरे पर होंगे. ट्रंप इस दौरान इजरायल और मिस्र की यात्रा करेंगे. वहीं हमास की तरफ से ऐलान किया गया है कि वह मिस्र में साइन होने वाले शांति समझौते में शामिल नहीं होगा. माना जा रहा है कि सोमवार को इजिप्ट में समझौता साइन हो सकता है.
फिलिस्तीन लौटे हमास के लड़ाके!
ट्रंप ने ऐलान किया है कि हमास सोमवार से बंदियों को रिहा करना शुरू कर देगा. बंधकों की रिहाई अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्धविराम समझौते और संघर्ष विराम का हिस्सा है. शुक्रवार सुबह लागू हुए इस युद्धविराम समझौते के तहत हमास को सोमवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे (भारतीय मानक समयानुसार सुबह 10 बजे) से पहले इजरायल की तरफ से बंदी बनाए गए करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में 20 जीवित बंदियों और बाकी 28 के अवशेषों को रिहा करना होगा. हमास ने गाजा पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए 7,000 लड़ाकों को वापस बुलाया है क्योंकि इजरायली सेना की वापसी के बाद आंतरिक हिंसा फिर से शुरू होने की आशंका है.
इजरायल की संसद को करेंगे संबोधित
ट्रंप इजरायल की संसद केनेसट को संबोधित करेंगे. इसके अलावा इजिप्ट में समझौते के तहत रिहा हुए बंधकों से मिलने की भी संभावना है. इसमें 28 शवों की वापसी भी शामिल है. राष्ट्रपति ट्रंप की यह यात्रा उस समय हो रही है जब गाजा पीस प्लान के तहत हमास की तरफ से बंधकों को रिहा करने की समयसीमा पूरी हो रही है. ट्रंप ने गाजा समझौते को सभी के लिए 'महान' करार दिया है. उनका कहना है कि यह समझौता मिडिल ईस्ट में बड़े पैमाने पर शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. पिछले दिनों ट्रंप ने ओवल ऑफिस में इस बात की जानकारी दी.
कब होगी बंधकों की रिहाई
ट्रंप ने कहा, 'बंधक सोमवार या मंगलवार को वापस आएंगे. मैं शायद वहां रहूंगा. मुझे वहां पहुंचने की उम्मीद है. और हम रविवार को किसी समय वहां से निकलने की योजना बना रहे हैं, और मैं इसके लिए उत्सुक हूं.' शनिवार को हजारों विस्थापित फिलिस्तीनी धूल भरी सड़कों से गुजरते हुए गाजा के अपने इलाकों में लौट आए हैं. दो साल तक चले युद्ध के बाद यहां बुलडोजर मलबा हटाने में बिजी थे. गाजा शहर से गुजरते हुए महमूद अल-शंदोगली ने कहा, 'गाजा पूरी तरह से तबाह हो गया है. मुझे नहीं पता कि हमें कहां रहना चाहिए या कहां जाना चाहिए.'
200 अमेरिकी सैनिक पहुंचे इजरायल
एक लड़का फिलिस्तीनी झंडा फहराने के लिए एक टूटी हुई इमारत पर चढ़ गया. हमास के साथ युद्धविराम की निगरानी के लिए लगभग 200 अमेरिकी सैनिक इजरायल पहुंच गए हैं. वो मानवीय सहायता के साथ-साथ रसद और सुरक्षा सहायता के प्रवाह को सुगम बनाने के लिए एक केंद्र स्थापित करेंगे. अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमान के मुखिया एडमिरल ब्रैड कूपर ने कहा कि उन्होंने इसकी तैयारी के लिए शनिवार को गाजा का दौरा किया.