जल्द ही भारत और ओमान के बीच होगा मुक्त व्यापार, पढ़ें क्या है पूरा मामला

भारत और ओमान ने समझौते के लिए पांचवें दौर की वार्ता 14 जनवरी को की, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना है.

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मस्कट:

भारत और ओमान इस सप्ताह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की मस्कट यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता की प्रगति की समीक्षा करेंगे. रविवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. यद्यपि प्रस्तावित समझौते के लिए वार्ता पूरी हो गई है, फिर भी ओमान ने कुछ उत्पादों पर अपने बाजार पहुंच प्रस्ताव में संशोधन की मांग की है.

भारत और ओमान ने समझौते के लिए पांचवें दौर की वार्ता 14 जनवरी को की, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना है. इस समझौते के लिए बातचीत, जिसे आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) कहा जाता है, औपचारिक रूप से नवंबर, 2023 में शुरू हुई.

ऐसे समझौतों में, दो व्यापारिक साझेदार परस्पर व्यापार की अधिकतम संख्या पर सीमा शुल्क को या तो काफी कम कर देते हैं या खत्म कर देते हैं. वे सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने और निवेश को आकर्षित करने के लिए मानदंडों को भी आसान बनाते हैं.

वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, “भारत-ओमान सीईपीए पर बातचीत जो कि अंतिम चरण में है, इस यात्रा के दौरान और भी तेज होने की उम्मीद है. दोनों पक्ष व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण, संतुलित, न्यायसंगत, महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी सीईपीए पर बातचीत और संभावनाएं तलाश रहे हैं.”

गोयल 27-28 जनवरी को ओमान के वाणिज्य, उद्योग एवं निवेश संवर्धन मंत्री कैस बिन मोहम्मद बिन मूसा अल-यूसुफ के साथ संयुक्त आयोग की बैठक में भी भाग लेंगे. संयुक्त व्यापार परिषद की बैठक के लिए मंत्री के साथ एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी जा रहा है.

इस मौके पर गोयल के वित्त मंत्री और सीईपीए के लिए मंत्रिस्तरीय समिति के चेयरपर्सन सुल्तान बिन सलीम अल हब्सी और विशेष आर्थिक क्षेत्र एवं मुक्त क्षेत्र (ओपीएजेड) के लिए सार्वजनिक प्राधिकरण के अध्यक्ष शेख अली बिन मसूद अल सुनैदी से भी मुलाकात करने की उम्मीद है.
 

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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