शीर्ष US सांसदों, अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई दी

सीनेट के प्रभावशाली इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष वार्नर ने कहा, ‘‘मैं भारत के लोगों को आजादी के 75 साल पूरे होने पर बधाई देना चाहता हूं. दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों की मजबूती अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.’’

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दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंध पहले की तुलना में अब कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण : अमेरिकी सांसद (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जॉन कॉर्निन तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद मार्क वार्नर सहित शीर्ष सांसदों ने भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) के अवसर पर शुक्रवार को भारतीयों एवं भारतवंशी अमेरिकी नागरिकों को बधाई दी. सांसदों ने उल्लेख किया कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंध पहले की तुलना में अब कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. 

सीनेट के प्रभावशाली इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष वार्नर ने कहा, ‘‘मैं भारत के लोगों को आजादी के 75 साल पूरे होने पर बधाई देना चाहता हूं. दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों की मजबूती अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.'' इंडिया कॉकस अमेरिकी संसद में सबसे बड़ा द्विदलीय कॉकस है. उन्होंने कहा कि 75 वर्षों में भारत भविष्य की दिशा में एक मजबूत, लचीले लोकतंत्र के रूप में आगे बढ़ा है. 

सीनेट इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष सांसद कॉर्निन ने कहा कि 74 साल पहले भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त हुआ और दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र बनने की दिशा में एक लंबी यात्रा शुरू की. सीनेट इंडिया कॉकस के सह संस्थापक रहे कॉर्निन ने कहा कि वह भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंध के महत्व को पहले से ही जानते थे. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह देखकर गर्व होता है कि हाल के वर्षों में हमारे संबंध और मजबूत हुए हैं.''

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सीनेट की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष सांसद रॉबर्ट मेनेंडेज ने कहा कि न्यूजर्सी और दुनियाभर में भारत के स्वतंत्रता दिवस के आयोजन की शुरुआत होने वाली है और इस अवसर पर उन्हें भारत में अपने मित्रों और भारतवंशी अमेरिकी नागरिकों के साथ शामिल होने में गर्व होगा. 

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स्वतंत्रता दिवस पर बधाई देते हुए सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के सहयोग के इतिहास का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘‘नासा और इसरो ने पृथ्वी और अंतरिक्ष विज्ञान सहित कई अलग-अलग क्षेत्रों में सहयोग किया है. इसके अलावा नासा ने चंद्रमा और मंगल पर इसरो के मिशनों के लिए गहरे अंतरिक्ष संचार और नौवहन के क्षेत्र में सहयोग प्रदान किया है.'' 

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उन्होंने कहा, ‘‘अंतरिक्ष की खोज एक वैश्विक उद्यम है जहां हम सभी को एक साथ काम करने की जरूरत है. भारत के पहले मानव अंतरिक्ष यान मिशन गगनयान की प्रगति को जानने में मुझे विशेष रुचि है.''

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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