सदमा, शोक, निराशा, गर्व, आशा, खुशी... हर साल की तरह 2025 भी भावनाओं का एक पिटारा था. कुछ क्षणों ने हमें आंसुओं में बहा दिया, और कुछ ने हमें खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया. जैसे-जैसे साल खत्म होने की ओर बढ़ रहा है, एनडीटीवी 2025 को परिभाषित करने वाली 10 तस्वीरों को आपके सामने रख रहा है.
पहलगाम हमला: जब आतंक ने भारत पर हमला किया
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ. पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने बैसरान घाटी में घुसकर निर्दोष पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और उन्हें गोली मार दी. हमले में 26 लोग मारे गये. हमले की जगह की सबसे दिल दहलाने वाली तस्वीरों में से एक हिमांशी नरवाल की थी, जो अपने पति, नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के मृत शरीर के बगल में बैठी दिखी थीं.
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले पर भारत का जवाब, 2 महिला अधिकारियों ने संभाली कमान
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिन्दूर लॉन्च किया. ऑपरेशन सिंदूर के लिए प्रेस ब्रीफिंग अनोखी थी, जिसमें दो महिला सैन्य अधिकारी सेनाओं का प्रतिनिधित्व कर रही थीं और दुनिया को भारत के आक्रामक के बारे में बता रही थीं. सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऐसी कई ज्वाइंट ब्रीफिंग कीं.
फिर अंतरिक्ष में लौटा भारत का बेटा
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के टेस्ट पायलट शुभांशु शुक्ला एक्सिओम मिशन 4 के हिस्से के रूप में इंटरनेशल स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंचने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए. 1984 में राकेश शर्मा की उड़ान के चार दशक बाद, शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय नागरिक बन गए.
व्हाइट हाउस में ट्रंप का तमाशा
रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 के अंत में युद्ध शुरू हुआ था. तब से कोशिश इस जंग को रोकने की है. इस साल 1 मार्च को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी. उम्मीद की जा रही थी कि दोनों नेताओं के बीच यह आम मुलाकात होगी लेकिन यहां ऐसा तमाशा बना जिसे पूरी दुनिया ने देखा. बैठक के दौरान ट्रंप ने यूक्रेनी नेता को निशाने पर लिया, उन्हें लगभग डांट दिया. ट्रंप ने आरोप लगाया कि यूक्रेन अमेरिका से इतनी मदद मिलने के बाद भी शुक्रगुजार नहीं है.
दुनिया में भारत की बेटियां ने धाक जमा दी
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए पहले महिला विश्व कप खिताब के लिए इंतजार आखिरकार खत्म हो गया जब कप्तान हरमनप्रीत कौर और उनके साथियों ने 2 नवंबर को डीवाई पाटिल स्टेडियम में एक नाटकीय फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर ट्रॉफी जीती. पूरी टीम ने इस जीत के पीछे जान लगा दी और सबने परफॉर्म करके दिखाया कि यह टीम गेम क्यों है.
प्रवासियों का अमेरिकी सपना हथकड़ी में समाप्त हुआ
जनवरी में सत्ता में आने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिका में अवैध आप्रवासन को लेकर सख्त रवैया रहा है. हिरासत में लिए गए "एलियंस" (या अवैध आप्रवासियों) को उनके-उनके देश में बड़े पैमाने पर निर्वासित करने के साथ, कार्रवाई तेज हो गई. निर्वासन के बारे में अनोखी बात यह थी कि निर्वासित लोगों को हथकड़ी लगाई गई और उन्हें सेना के मालवाहक विमानों पर वापस भेज दिया गया.
जेन- जेड ने नेपाल सरकार को उखाड़ फेंका
सितंबर में, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर बैन के बाद, पूरे नेपाल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार विरोधी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. विरोध प्रदर्शन मुख्य रूप से जेन जेड छात्रों और अन्य युवा नागरिकों द्वारा आयोजित किया गया था. आगे विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें एक बच्चे सहित कम से कम 76 लोग मारे गए. 9 सितंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा और उनके कुछ मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. तीन दिन बाद पूर्व जज सुशीला कार्की अंतरिम प्रधान मंत्री बनीं.
हांगकांग में जब जल उठीं इमारतें
नवंबर में हांगकांग में एक बहुमंजिला परिसर में भीषण आग लगने से कम से कम 159 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित हो गए. इसके आठ ब्लॉकों में लगभग 2,000 अपार्टमेंट में 4,600 से अधिक लोग रहते थे.
एयर इंडिया 171 क्रैश
12 जून को, अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट तक जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट 171 उड़ान भरने के 32 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विमान में सवार 12 चालक दल के सदस्यों और 230 सदस्यों में से केवल एक यात्री बच पाया. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल ब्लॉक में क्रैश हो गया, जिससे जमीन पर 19 और लोग मारे गए और 67 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
अकाल, भूख और गाजा का संघर्ष
इजरायल-हमास युद्ध 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ, जो अनसुलझे इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर दशकों पुराने सशस्त्र संघर्ष का हिस्सा था. लगातार हमलों और गाजा में मदद रोकने से सीजफायर ऐलान की वजह से इस साल यह संकरी पट्टी भूख से जूझ रही है.














