- पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद और झड़पों के कारण व्यापार और ट्रांजिट पूरी तरह से बंद हो गया है.
- सीमा बंद होने से पाकिस्तान में टमाटर की कीमतों में लगभग चार सौ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.
- दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार लगभग दो दशमलव तीन अरब डॉलर का है जिसमें ताजे फल और सब्जियां शामिल हैं.
अफगानिस्तान के साथ जंग का खामियाजा अब पाकिस्तान को भुगतना पड़ रहा है. मुल्क में टमाटर की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में टमाटर की कीमतों में 400 फीसदी का इजाफा हुआ है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जंग की वजह से बॉर्डर बंद कर दिया गया है. अब इस स्थिति में दोनों देशों में जरूरी वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं. पाकिस्तान में टमाटर के दाम इस महीने दोनों पांच गुना तक बढ़ गए हैं.
बॉर्डर पर बंदी से नुकसान
11 अक्टूबर से दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर आवाजाही पूरी तरह से बंद है. यह कदम दोनों के बीच 2,600 किलोमीटर लंबी विवादित सीमा पर जमीनी लड़ाई और पाकिस्तान की तरफ से किए गए हवाई हमलों के बाद उठाया गया, जिनमें दोनों तरफ कई लोगों की मौत हुई. यह झड़पें 2021 में तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद से अब तक की सबसे भीषण मानी जा रही हैं.
काबुल स्थित पाक-अफगान चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख खान जान अलोकोजई ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि लड़ाई शुरू होने के बाद से दोनों देशों के बीच सभी तरह का व्यापार और ट्रांजिट बंद है. उन्होंने कहा, 'हर गुजरते दिन के साथ दोनों देशों को करीब 10 लाख डॉलर का नुकसान हो रहा है.' दोनों देशों के बीच करीब 2.3 अरब डॉलर सालाना व्यापार होता है, जिसमें ताजे फल-सब्जियां, खनिज, दवाइयां, गेहूं, चावल, चीनी, मांस और डेयरी उत्पादों का प्रमुख योगदान है.
बॉर्डर पर ही सड़ गए टमाटर
पाकिस्तान में खाना पकाने में टमाटर का बड़े पैमाने पर प्रयोग होता है. टमाटरों की कीमतों में 400 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है. अब यह करीब 600 पाकिस्तानी रुपये (करीब 2.13 डॉलर) प्रति किलो तक पहुंच गई है. अफगानिस्तान से आने वाले सेबों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं. अलोकोजई ने कहा, 'हम हर दिन करीब 500 कंटेनर सब्जियों के निर्यात के लिए तैयार करते हैं, लेकिन अब वे सभी खराब हो गए हैं.'
नॉर्थ-वेस्ट पाकिस्तान में मुख्य तोरखम बॉर्डर क्रॉसिंग पर तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि करीब 5,000 कंटेनर दोनों तरफ सीमा पर फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि बाजार में पहले से ही टमाटर, सेब और अंगूर की कमी महसूस की जा रही है. पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने हालांकि इस मामले पर अब तक कोई भी टिप्पणी नहीं की है.
शिमला मिर्च से लहसुन तक सब महंगा
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'लहसुन 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है, जबकि अदरक 750 रुपये तक पहुंच गया है. प्याज 120 रुपये प्रति किलो और मटर 500 रुपये प्रति किलो पर बिक रहे हैं. शिमला मिर्च की कीमत घटकर 300 रुपये प्रति किलो हो गई है और भिंडी भी इसी रेट पर बिक रही है. खीरा 150 रुपये प्रतिकिलो और लोकल लाल गाजर 200 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं. लोकल नींबू 300 रुपये प्रति किलो पर हैं, जबकि धनिया, जो पहले फ्री मिलता था, अब एक छोटे गुच्छे के लिए 50 रुपये में मिल रहा है.'
बॉर्डर पर ट्रेड पूरी तरह से बंद
पिछले दिनों पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर झड़पें उस समय शुरू हुईं जब इस्लामाबाद ने काबुल से मांग की कि वह उन आतंकवादियों पर नियंत्रण रखे जो साझा सीमा पार कर पाकिस्तान पर हमले करते हैं. पाकिस्तान का कहना है कि ये आतंकी अफगानिस्तान में मौजूद ठिकानों से संचालित होते हैं. हालांकि, तालिबान ने इन आरोपों से इनकार किया है. पिछले हफ्ते कतर और तुर्की की मेजबानी में हुई वार्ता के दौरान दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम पर सहमति बनी थी जो फिलहाल लागू है. लेकिन सीमा पार व्यापार अभी भी बंद है.













