एंटीगुआ और बारबुडा (Antigua and Barbuda) अगले तीन सालों में में खुद को गणतंत्र घोषित करने के लिए एक जनमत संग्रह की योजना बना रहा है. रॉयटर्स की न्यूज़ के अनुसार, कैरेबियाई देश के प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश मीडिया को यह जानकारी दी है. इस कदम से किंग चार्ल्स III (King Charles III) को राज्य प्रमुख पद से हटाया जा सकता है. महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के निधन के बाद स्थानीय आयोजन में किंग चार्ल्स III को देश का राजा घोषित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन (Gaston Browne) ने ITV न्यूज़ पर कहा, " इस मुद्दे पर जनमत संग्रह करवाया जाएगा. यह शायद...अगले तीन सालों में होगा."
यह छोटा कैरेबियाई द्वीप देश ब्रिटेन से 1981 में आजाद हुआ था. यह उन 14 कॉमनवेल्थ सदस्यों में से है जो अब तक ब्रिटेन के शासक को अपना राज्य प्रमुख मानते हैं. ब्राउन ने कहा कि, " गणतंत्र बनने स्वतंत्रता को संपूर्ण रूप देने का काम पूरा होगा और इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि हम सच में एक संप्रभु देश हैं." लेकिन उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह "जनमत संग्रह कोई शत्रुतापूर्ण कदम नहीं है." और इसके बाद भी वह कॉमनवेल्थ देशों की सदस्यता में बना रहेगा.
एंटिगुआ के प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की. रॉयटर्स इस प्रस्ताव की स्वतंत्र तौर से अभी पुष्टि नहीं कर सका है. आधिकारिक डेटा के अनुसार एंटिगुआ की जनसंख्या एक लाख से कम है. प्रधानमंत्री ब्राउन ने गणतंत्र को मुद्दे पूरे कैरेबियाई क्षेत्र में मिल रही हवा के बीच उठाया है. बारबाडोस ने पिछले साल ब्रिटिश शासन से बाहर आने के लिए पिछले साल मतदान किया था और जमैका की सत्ताधारी पार्टी ने संकेत दिए हैं कि वो भी इसी रास्ते पर चलना चाहती है.