चिली (Chile) के राष्ट्रपति गैब्रिएल बोरिक (Gabriel Boric) की सरकार ने मंगलवार को कहा है कि उसने देश में अपना चुनावी वादा पूरा करने के लिए काम के घंटे घटाने वाले विधेयक पास करने के प्रयास दोबारा शुरू कर दिए हैं. रॉयटर्स के अनुसार, यह विधेयक अगर पास हो जाता है तो अगले पांच साल में एक हफ्ते में काम के घंटे 45 से घट कर 40 हो जाएंगे. यह विधेयक चिली की संसद में 2017 में लाया गया था और तभी से लटका पड़ा है. बोरिक ने इस बिल को 'अतिआवश्यक' बताया है. इसके बाद चिली के संविधान के अनुसार सांसदों को इस पर जल्द से जल्द काम करना होगा.
चिली के सांसद बोरिक सरकार की तरफ से इस विधेयक में किए गए कई बदलावों पर चर्चा करेंगे. इसमें विशेष श्रेणियों में काम के घंटे घटाने की समयसीमा बढ़ाना शामिल है. इसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट ड्राइवर और घरेलू कागार शामिल हैं.
बोरिक ने मंगवार को हुए एक समारोह में राष्ट्रपति भवन में कहा कि "यह सुधार ज़रूरी हैं ताकि हम जल्द से जल्द एक नया चिली बना सकें जो अधिक न्यापूर्ण हो."
मौजूदा केंद्रीय-वाम सरकार ने कर्मचारी संगठनों और कामगार फेडरेशन्स के साथ बातचीत को बढ़ावा दिया है साथ ही छोटी, मध्यम और बड़ी कंपनियों से भी ऐसे समय बातचीत को बढ़ावा दिया है जब दुनिया के सबसे बड़े कॉपर उत्पादक देश की अर्थव्यवस्था धीमी पड़ रही है और यहां कोरोना के बाद तेजी से महंगाई का दबाव भी बढ़ा है.