कनाडा (Canada) के लोगों ने एक बार फिर जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) पर विश्वास जताया है. टेलीविजन नेटवर्क के अनुमानों के अनुसार, कनाडा के लोगों ने लिबरल प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को एक बार फिर सत्ता मे लौटा दिया है, लेकिन वह पूर्ण बहुमत हासिल करने में विफल रहे हैं. पिछले महीने अचानक चुनाव का आह्वान किया था. हालांकि पांच सप्ताह के चुनाव प्रचार के बाद उनकी अधिकतर सीटों पर बड़ी जीत की मंशा पूरी नहीं हो सकी है. इन चुनावों में लिबरल पार्टी ने अन्य किसी भी पार्टी की तुलना में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं.
ट्रूडो ने एक ट्वीट किया, "थैंक यू कनाडा, अपना वोट डालने के लिए लिबरल टीम में अपना विश्वास रखने के लिए, एक उज्जवल भविष्य के चुनाव के लिए. हम कोविड के खिलाफ लड़ाई खत्म करने जा रहे हैं और कनाडा को आगे बढ़ाने जा रहे हैं."
साल 2015 में ट्रूडो ने अपने दिवंगत पिता और पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की लोकप्रियता के सहारे जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद दो बार उन्होंने अपने दम पर पार्टी को जीत दिलाई.
कनाडा चुनाव में लिबरल पार्टी 148 सीट पर और कंजरवेटिव पार्टी 103 सीटों पर आगे है, ब्लॉक क्यूबेकोइस 28 और वामपंथी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी 22 सीटों पर आगे चल रहे हैं.
ऐसा नहीं लगता है कि ट्रूडो पर्याप्त सीटें जीत पाएंगे और अन्य पार्टियों के सहयोग के बिना किसी कानून को पारित करा पाएंगे, लेकिन वह इतनी सीटें जरूर जीत सकेंग, जिनसे उन्हें पद से हटाने का खतरा नहीं रहेगा.
विपक्ष लगातार ट्रूडो पर अपने फायदे के लिए समय से दो साल पहले चुनाव कराने का आरोप लगाता रहा है. ट्रूडो ने दावा किया था कि कनाडा के लोग महामारी के दौरान कंजरवेटिव पार्टी की सरकार नहीं चाहते. कनाडा वर्तमान में दुनिया के उन देशों में शामिल है जिसके अधिकतर नागरिकों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.