अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर ने रविवार को कहा कि तालिबान प्रशासन किसी भी हाल में अपने पड़ोसियों के "आक्रमण" को बर्दाश्त नहीं करेगा. तालिबान का ये बयान हवाई हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराए जाने के बाद आया है. तालिबानी अधिकारियों का कहना है कि कुनार और खोस्त प्रांतों में दर्जनों लोग मारे गए.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब ने तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर की मृत्यु की वर्षगांठ पर एक समारोह में कहा, "हम दुनिया और हमारे पड़ोसियों दोनों से समस्याओं और चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, इसका स्पष्ट उदाहरण कुनार में हमारे क्षेत्र में उनका आक्रमण है "हम आक्रमण को बर्दाश्त नहीं कर सकते. हमने उस हमले को सहन किया है. हमने इसे राष्ट्रीय हितों के कारण सहन किया, अगली बार हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते."
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने याकूब की टिप्पणियों पर कहा कि पाकिस्तान को शांति सुरक्षित करने के लिए अफगानिस्तान के साथ दीर्घकालिक जुड़ाव की उम्मीद है."पाकिस्तान और अफगानिस्तान पड़ोसी देश हैं. दोनों देशों की सरकारें और लोग आतंकवाद को एक गंभीर खतरा मानते हैं और लंबे समय से इस संकट से जूझ रहे हैं ... इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि दोनों देश प्रासंगिक संस्थागत के माध्यम से सार्थक तरीके से साथ आए.
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पाकिस्तानी प्रवक्ता ने सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने और अपनी धरती पर आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने में सहयोग की उम्मीद की. तालिबान प्रशासन के विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते हमलों के विरोध में पाकिस्तान के राजदूत को बुलाया था. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य हेलीकॉप्टरों के हमले में 36 लोग मारे गए. अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के बच्चों की एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि 16 अप्रैल को खोस्त और कुनार में हवाई हमले में 20 बच्चे मारे गए थे.
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