हमला किया तो बहुत महंगा पड़ेगा... धमकी दे रहे पाकिस्तान की अफगानी रक्षा मंत्री ने की बोलती बंद

हक्कानी ने दोटूक कहा कि तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पाकिस्तान की अपनी समस्या है. हम कई बार कह चुके हैं कि वो अपनी अंदरूनी समस्या अपने आप सुलझाए.

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  • अफगान गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने कहा है कि आक्रामकता की कोई हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी
  • पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने धमकी दी थी कि तालिबान को खत्म करने के लिए हमारे थोड़े से हथियार ही काफी हैं
  • हक्कानी ने कहा कि भले ही हमारे पास लंबी दूरी की मिसाइलें या एडवांस हथियार न हों, लेकिन हमारा इरादा मजबूत है
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अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री की धमकी के बाद अब अफगानिस्तान के गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने गुरुवार को कहा कि आक्रामकता की किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शांति वार्ता के लिए इस्तांबुल में हुई बैठक बेनतीजा रहने के बाद हक्कानी ने कहा कि हमारे दे में अंदरूनी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन हमारे लोग किसी भी विदेशी हमलावर के खिलाफ एकजुट हैं. अपने इलाके की रक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है.

इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगान तालिबान को धमकी देते हुए कहा था कि अफगानिस्तान चाहे तो अपनी बर्बादी की कीमत पर हमारे इरादों को परख सकते हैं. तालिबान को पूरी तरह से खत्म करने और उन्हें छिपने के लिए वापस गुफाओं में भेजने के लिए पाकिस्तान को अपने हथियारों का छोटा सा हिस्सा इस्तेमाल करने की भी जरूरत नहीं होगी.

शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पर कार्रवाई और उसके लड़ाकों को अफगानिस्तान में पनाह लेने से रोकने की शर्त लगाता रहा है. हालांकि हक्कानी ने गुरुवार को कहा कि यह पाकिस्तान की अंदरूनी समस्या है. हम कई बार कह चुके हैं कि वो अपनी अंदरूनी समस्या को अपने देश में ही सुलझाएं.

हक्कानी ने चेतावनी दी कि अगर आप इस समस्या को अफगानिस्तान में लाते हैं, यहां अशांति पैदा करते हैं तो इसके बाद दुश्मनी बढ़ेगी. इसके जिम्मेदार आप होंगे और आपको इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.

उन्होंने कहा कि भले ही हमारे पास लंबी दूरी की मिसाइलें या एडवांस हथियार नहीं हैं लेकिन हमारा संकल्प और इरादा मजबूत है. हम किसी भी हालात का सामना कर सकते हैं और जीत हासिल कर सकते हैं.

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पाकिस्तान से आगे बातचीत की संभावना पर हक्कानी ने कहा कि समझौते और बातचीत के दरवाजे खुले हैं. हम किसी से टकराव नहीं चाहते. लेकिन जो कोई भी हमला करेगा, उसे पता होना चाहिए कि हम दुनिया के बादशाहों के खिलाफ खड़े रहे हैं और हमारे लिए अपने इलाके की रक्षा करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है.

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