रूस (Russia) यूक्रेन (Ukraine) के बीच बने तनाव में अब सीरिया की एंट्री हो गई है. रूस के समर्थन से सीरिया में सरकार चला रहे बशर अल असद ने बिना देर किए यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों को अलग देश घोषित करने के रूस के फैसले का समर्थन किया है. सीरिया के सरकारी टीवी पर सीरिया के विदेश मंत्री ने यह जानकारी दी है. रायटर्स के मुताबिक अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी यूक्रेन में रूस समर्थक विद्रोहियों के कब्जे वाले यूक्रेन के क्षेत्रों को रूस की तरफ से अलग देश के तौर पर मान्यता दिए जाने से काफी नाराज़ हैं. ब्रिटेन ने रूस के पांच बैंकों पर प्रतिबंध भी लगा दिए हैं और कुछ अमीरों की संपत्ति भी ज़ब्त कर ली है. यूरोप 1945 के बाद अपने सबसे गंभीर सुरक्षा संकट से गुजर रहा है. पश्चिमी देशों को यूरोप में नया युद्ध शुरू होने की आशंका है.
इस बीच सीरिया के सरकारी टीवी पर विदेश मंत्री फैज़ल मकेदाद (Faisal Mekdad)की तरफ से कहा गया कि , "सीरिया राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के उस फैसले का समर्थन करता है जिसमें लुहांस्क (Luhansk) और दोनेत्सक (Donetsk)रिपब्लिक्स को मान्यता दी गई है." मेकेदाद रूस की राजधानी मास्को में हो रहे एक इवेंट में शामिल होने पहुंचे थे. मेकेदाद ने कहा, " पश्चिमी देश जो रूस के खिलाफ कर रहे हैं वो आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में वो सीरिया के खिलाफ भी कर चुके हैं."
सीरिया लंबे समय से रूस का पक्का सहयोगी रहा है जबसे रूस ने 2015 में सीरिया में राष्ट्रपति बशर-अल-असद के पक्ष में सैन्य कार्रवाई करके गृहयुद्ध के ज्वार को ठंडा करवाया था.
इस बीच रूस ने यूक्रेन के दो प्रांतों को दो देशों का दर्जा देकर खुद तो अमेरिका और पश्चिमी देशों की नाराज़गी मोल ले ही ली है अब रूस दूसरे देशों को भी पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी रिपब्लिक्स को मान्यता देने के लिए उकसा रहा है. एक दिन पहले ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन के दोनेत्सक और लुहांस्क क्षेत्रों को अलग देश के तौर पर मान्यता दे दी थी. व्लादिमिर पुतिन ने इस आदेश के साथ कहा था कि इन क्षेत्रों में रूस अपने सैनिकों को "शांतिसेना" की तरह भेजेगा. रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया है, " रूस दूसरे देशों से रूस के उदाहरण का अनुसरण करने की अपील करता है."