भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स गुरुवार को अपने सहकर्मी निक हेग के साथ स्पेसवॉक के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलीं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह जानकारी दी है. यह विलियम्स का 12 सालों में पहला और उनके करियर का आठवां स्पेसवॉक है. वहीं हेग का यह चौथा स्पेसवॉक है. हेग ने जहां स्पेसवॉक क्रू मेंबर 1 के रूप में कार्य किया और लाल धारियों वाला सूट पहना. वहीं सुनीता विलियम्स स्पेसवॉक क्रू सदस्य 2 के रूप में अपनी सेवाएं दीं. उन्होंने बिना किसी मार्क वाला सूट पहना.
इससे पहले, नासा ने कहा कि दोनों एस्ट्रोनॉट फिलहाल रखरखाव और हार्डवेयर बदलने के लिए काम कर रहे हैं. साथ ही कहा, “नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और सुनीता विलियम्स हमारे एनआईसीईआर (न्यूट्रॉन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर) एक्स-रे टेलीस्कोप की मरम्मत सहित स्टेशन अपग्रेड करने के लिए स्पेस_स्टेशन के बाहर कदम रख रहे हैं." मिशन को यूएस स्पेसवॉक 91 नाम दिया गया.
नासा ने क्या कहा?
एक ब्लॉग पोस्ट के जरिये नासा ने बताया कि विलियम्स और हेग एक रेट जाइरो असेंबली को बदलने के लिए काम करेंगे जो स्टेशन के लिए ओरिएंटेशन कंट्रोल प्रदान करने में मदद करता है और एनआईसीईआर के लिए लाइट फिल्टर के क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को कवर करने के लिए पैच लगाता है.
वे अंतरराष्ट्रीय डॉकिंग एडाप्टरों में से एक पर नेविगेशनल डेटा के लिए उपयोग किए जाने वाले रिफ्लेक्टर डिवाइस को भी बदल देंगे.
23 जनवरी को एक और स्पेसवॉक
इसके अलावा,दोनों अंतरिक्ष यात्री अपनी पहुंचे के क्षेत्र और कनेक्टर टूल की जांच करेंगे, जिनका उपयोग अल्फा मैग्नेटिक स्पेक्ट्रोमीटर पर भविष्य के रखरखाव कार्य के लिए किया जाएगा.
नासा ने दूसरे स्पेसवॉक की भी जानकारी दी है, जो 23 जनवरी को सुबह 8:15 बजे शुरू होगा.
कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसी विलियम्स
विलियम्स ने जून में अंतरिक्ष यात्री बैरी विल्मोर के साथ बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. शुरुआत में उन्हें 9 दिनों में वापस आने की उम्मीद थी. हालांकि वो अब तक वापस नहीं आ सकी हैं. दोनों के अब मार्च में वापस आने की उम्मीद है. वे फरवरी 2025 में लौटने वाले थे, लेकिन स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन में देरी के कारण इसे भी स्थगित कर दिया गया.