श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे से प्रदर्शनकारी काफी खुश हैं. पिछले हफ्ते प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन (Presidential Palace) पर कब्जा कर लिया था. उसकी तस्वीरें देश-दुनिया में वायरल हुई थीं. बाद में पीएम कार्यालय सहित अन्य कई सरकारी इमारतों को भी प्रदर्शनकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया था. हालांकि कल उन्होंने इन इमारतों को खाली कर दिया. अब ये इमारतें फिर से सुरक्षाबलों के नियंत्रण में आ गई हैं. हमारे सहयोगी उमाशंकर सिंह श्रीलंका के राष्ट्रपति पैलेस पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों के जाने के बाद राष्ट्रपति भवन की स्थिति का जायजा लिया.
श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनकारियों ने घुसकर जो किया, उसकी जांच की जा रही है. फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम राष्ट्रपति भवन से फिंगर प्रिंट लेती नअर आई. इसका मकसद उन लोगों का पता लगाना है जो इस प्रदर्शन के पीछे थे. साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि इस तरह की घटना फिर से न हो. खासतौर पर सुरक्षा की खामियों को दूर किया जाए और नए राष्ट्रपति के लिए सुरक्षा को और चाकचौबंद बनाया जाए, क्योंकि अब भी श्रीलंका में लोग काफी गुस्से में हैं. माना जा रहा है कि यदि रानिल विक्रमसिंघे राष्ट्रपति बनते हैं तो भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं होगा.
राष्ट्रपति भवन काफी बड़ा है और प्रदर्शनकारियों के जाने के बाद भी यहां पर कई ऐसी जगहें हैं, जहां पर हर तरफ बेतरतीबी का आलम है. यहां पर मौजूद अलमारियां खाली हैं और सामान जमीन पर है तो कुर्सी-मेज सहित तमाम चीजें बिखरी हालत में पड़ी हैं.
पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन की कई तस्वीरें सामने आई थीं, जिनमें प्रदर्शन के दौरान लोगों की भारी भीड़ नजर आई थी. प्रदर्शनकारियों ने स्वीमिंग पूल सहित पूरे राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था, हालांकि अब स्वीमिंग पूल में सन्नाटा है.
साथ ही मुख्य अहाते को बंद कर दिया गया है. कॉन्फ्रेंस हॉल में जहां काफी समय तक प्रदर्शनकारियों ने कब्जा जमाया था, वहां अब सेना आ चुकी है.
राष्ट्रपति भवन पर कब्जे के दौरान प्रदर्शनकारियों की किचन से भी कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए थे, जिसमें प्रदर्शनकारी लजीज खाने का जायका लेते नजर आए थे. प्रदर्शनकारियों की नाराजगी सरकार चलाने के तौर तरीके और नीतियों से थी. उसी का विरोध करते हुए वे राष्ट्रपति भवन में घुस आए और यहां पर जमकर नुकसान पहुंचाया.
श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनकारी जा चुके हैं, अब यहां पर मीडियाकर्मियों अलावा सुरक्षाबल और फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम जुटी है. साथ ही नुकसान का आकलन किया जा रहा है. इसके जरिये सरकार की कोशिश लोगों को यह बताने की भी है कि सरकार काम में जुटी है.